लखनऊ : बसपा सरकार में कद्दावर मंत्री रहे जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व एनआरएचएम घोटाले के आरोपी बाबू सिंह कुशवाहा की पार्टी का कांग्रेस से गठबंधन हो गया है. अब 7 सीटों पर दोनों पार्टियां मिलकर अपने प्रत्याशी उतारेंगी. वर्ष 2014 में समाजवादी पार्टी के सिंबल पर गाजीपुर से चुनाव लड़ चुकीं बाबू सिंह कुशवाहा की पत्नी शिवकन्या कुशवाहा इस बार कांग्रेस के लिए गाजीपुर सीट छोड़कर चंदौली से चुनाव मैदान में नजर आएंगी.
जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आईपी सिंह कुशवाहा ने 5 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है. उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबू सिंह कुशवाहा चुनाव नहीं लड़ेंगे, बल्कि प्रत्याशियों के पक्ष में रैली करेंगे. इतना ही नहीं वह कांग्रेस के लिए भी चुनाव प्रचार करेंगे. महासचिव आईपी कुशवाहा ने बताया कि जन अधिकार पार्टी प्रदेश की 7 सीटों पर कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी. जिसमें गाजीपुर, चंदौली, झांसी, बस्ती और बलिया शामिल हैं.
एक सीट अभी बाकी है, जिस पर कांग्रेस का प्रत्याशी उतरेगा या फिर जन अधिकार पार्टी का, इस पर चर्चा चल रही है जिसकी घोषणा कर दी जाएगी. उन्होंने बताया कि झांसी से शिवचरण कुशवाहा चुनाव मैदान में उतरेंगे तो वहीं चंदौली से बाबू सिंह कुशवाहा की पत्नी शिवकन्या कुशवाहा पार्टी की प्रत्याशी होंगी. इसी तरह एटा से पूर्व मंत्री सूरज सिंह शाक्य चुनाव लड़ेंगे. बस्ती से चन्द्रशेखर सिंह को पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाया है.
राष्ट्रीय महासचिव आईपी कुशवाहा ने बताया कि गाजीपुर से कांग्रेस के सिंबल पर प्रत्याशी उतरेगा, तो अभी एक सीट पर फैसला होना बाकी है. 2014 में बाबू सिंह कुशवाहा की पत्नी शिवकन्या कुशवाहा समाजवादी पार्टी के सिंबल पर गाजीपुर से चुनाव लड़ी थीं, जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार में राज्यमंत्री मनोज सिन्हा को कड़ी टक्कर दी थी, लेकिन इस बार वह चंदौली से चुनाव के मैदान में हैं.