गाजीपुर: जिले की मंगाई नदी भावर कोल के गांवों में अपना कहर बरपा रही है. हालत यह है कि मरीजों, गर्भवती महिलाओं को लेकर अस्पताल तक समय से नहीं पहुंच पा रहे हैं. इन इलाकों में राहत सामग्री भी पूर्ण रुप से नहीं मिल पा रही है. जिससे ग्रामीण पलायन को मजबूर हो गये हैं.
गाजीपुर के भावरकोल ब्लॉक का सियाडी, हाटा, करिमुद्दीनपुर, लठ्ठू डीह, महेन और कनुवान गांव बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित है. लेकिन गांव के लोगों को मदद के नाम पर जिला प्रशासन से केवल आश्वासन ही मिल रहा है. बाढ़ प्रभावित लोग अपने घरों को छोड़कर जाने को मजबूर हो रहे हैं. तो गांव के कुछ लोग जिनका मकान ऊंचाई पर बना है, वे अपनी जान जोखिम में डालकर नाव से सफर कर रहे हैं.
इन इलाकों में राहत सामग्री सीमित मात्रा में पहुंच पा रही है. गांवों में कहीं सड़कों पर पानी भरा है, तो कहीं सड़कें पानी के बहाव से बह गई हैं. बीते कई सालों के आंकड़ों के मुताबिक गाजीपुर में बाढ़ इस बार 1978 का रिकॉर्ड तोड़ने को तैयार नजर आ रही है. ऐसा इसलिए क्योंकि समय से पहले नदियों का ऐसा रूद्र रूप 1978 की बाढ़ में ही दिखा था.
बाढ़ को लेकर जनपद में सख्त निर्देश जारी किया गया है. जिन इलाकों में नाव चल रही हैं उन इलाकों में नाव की सवारी करने वाले लोगों की संख्या मानक अनुरूप हो. एसडीएम और थानाध्यक्षों को इस बारे में निर्देशित किया गया है. वहीं जलस्तर बढ़ने से प्रभावित इलाकों को पर्याप्त मदद दी जा रही है.
के बालाजी-जिलाधिकारी