गाजीपुरः 21 साल पुराने उसरी चट्टी कांड (Usri Chanti case) में मंगलवार को जिले के एमपी एमलए कोर्ट में सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान बाहुबली और पूर्व एमएलसी बृजेश सिंह कोर्ट में पेश हुए. लेकिन वादी पक्ष और मुख्य चश्मदीद मुख्तार अंसारी (mukhtar Ansari) गैरहाजिर रहा. मुख्तार अंसारी को बांदा जेल से गाजीपुर पुलिस अभिरक्षा में लाकर पेश करना था. लेकिन खराब मौसम के चलते मुख्तार को कोर्ट में पेश नहीं किया जा सका. मामले में अगली सुनवाई 17 जनवरी तय की गई है.
कोर्ट में बृजेश सिंह के अधिवक्ता नीरज श्रीवास्तव ने बताया कि खराब मौसम के चलते वादी मुकदमा मुख्तार अंसारी कोर्ट में पेश नहीं हुए. क्योंकि, उन्हें बांदा जेल से गाजीपुर लाना था. उनके नहीं आने से मामले में सुनवाई की अगली तारिख 17 जनवरी तय कर दी गई है. जबकि बृजेश सिंह को भारी सुरक्षा में न्यायालय में पेश किया गया. इस मुकदमे में 4 गवाह पेश हो चुके हैं. अभी अन्य गवाहों की पेशी होनी बाकी है. कोर्ट ने सुनवाई के दौरान अगली सुनवाई पर मुख्तार अंसारी को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया है.
बता दे कि 15 जुलाई 2001 को मोहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र के उसरी चट्टी पर मऊ के तत्कालीन विधायक मुख्तार अंसारी पर जानलेवा हमला हुआ था. मुख्तार अंसारी अपने आवास मोहम्मदाबाद से मऊ जा रहे थे, तभी रास्ते में उनके काफिले पर ताबड़तोड़ गोली चलाई गई. जिसमें उनके सरकारी गनर समेत तीन लोगों की मौत हो गई थी. वहीं, इस हमले में 8 लोग घायल हुए थे. हमले के बाद मुख्तार अंसारी ने बृजेश सिंह, त्रिभुवन सिंह और त्रिभुवन सिंह के भतीजे अनिल सिंह को मुख्य आरोपी बनाया था. जिसकी सुनवाई गुरुवार को गाजीपुर की एमपीएमएलए कोर्ट में हुई.
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