गाजीपुर: बलिया जिले के मनियर नगर पंचायत की ईओ मणि मंजरी राय की मौत के बाद जांच का दायरा बढ़ता जा रहा है. मणि मंजरी राय की मौत से रहस्य का पर्दा 20 दिन बाद भी नहीं उठ पाया है, लेकिन इस मामले में ड्राइवर चंदन वर्मा की गिरफ्तारी हो चुकी है. वहीं मणि मंजरी के परिजन लगातार पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं. इस दौरान ईटीवी भारत ने मणि मंजरी के पिता से बातचीत की. उन्होंने बताया कि अंतिम बार मंजरी से बातचीत में उसने कहा था कि पापा कब आ रहे हैं, कहां हैं जल्दी आइए.
मणि मंजरी के पिता का साफ कहना है कि उनकी बेटी की हत्या की गई है. यह आत्महत्या नहीं है. उनकी सरकार से मांग है कि इस मामले की ठीक ढंग से सीबीआई जांच कराई जाए. मणि मंजरी के पिता जय ठाकुर राय ने बताया कि उन्हें मणि ने सुसाइड नोट में किन लोगों को जिम्मेदार ठहराया था या उस नोट में क्या लिखा था. इस मामले में अब तक परिजनों को कोई जानकारी नहीं दी गई है. जो इस पूरे मामले में लीपापोती की तरफ साफ इशारा है.
जय ठाकुर का आरोप है कि उनकी बेटी की हत्या कर उसे लटका दिया गया. मंजरी का पैर बेड से लगा था. पंखा भी काफी दूर था. पुलिस का कहना है कि जब वह मौका ए वारदता पर पहुंचे तो दरवाजा खुला हुआ था, लेकिन अब पुलिस लगातार अपने बयान बदल रही है.
मणि मंजरी के दादा जयनाथ राय ने ईटीवी भारत से कहा कि उन्हें न्याय मिलना चाहिए. उन्होंने बताया कि उनसे मिलने पूर्व केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा आए थे. इस दौरान उनसे भी न्याय की बात कही गई. दादा जयनाथ राय ने साफ तौर पर कहा कि यदि मामले की जांच नहीं हुई. तो वह हाई कोर्ट में सीबीआई जांच के लिए अपील करेंगे.
पीसीएस अधिकारी मणि मंजरी राय आत्महत्या प्रकरण में आरोपी नगर पंचायत मनियर के चेयरमैन भीम गुप्ता, कंप्यूटर ऑपरेटर अशोक और टैक्स लिपिक विनोद सिंह की तलाश में पुलिस जुटी है, लेकिन पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं.
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