गाजीपुर: जिले के कासिमाबाद तहसील के रामलीला मैदान में स्थानीय बीजेपी नेता रामप्रताप सिंह पिंटू के द्वारा संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर और विशिष्ट अतिथि के रूप में मोहम्मदाबाद से विधायक अलका राय पहुंचीं. वहीं क्षत्रिय महासभा के द्वारा कैबिनेट मंत्री को तलवार तो ब्राह्मण सभा द्वारा कुल्हाड़ी देकर सम्मानित किया गया. राम प्रताप सिंह ने राम की प्रतिमा देकर सम्मानित किया. इस दौरान संवाद कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर को जनता ने प्रश्न के रूप में एक पत्र दिया. रामप्रताप सिंह पिंटू ने बताया कि कैबिनेट मंत्री से सवाल किया गया था कि कासिमाबाद सीएचसी के डॉक्टर द्वारा दुव्यहार किया जाता है. साथ ही बताया गया कि विधायक की मौजूदगी न के बराबर रहती है. जिसपर कैबिनेट मंत्री ने क्षेत्र की जनता की समस्या के निराकरण के लिए स्थानीय एसडीएम को मंच से कार्रवाई कर निस्तारित करने का निर्देश दिया.
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फॉर्म की कीमत 50 हजार रुपये
कार्यक्रम में ओमप्रकाश राजभर पर टिप्पणी करते हुए अनिल राजभर ने कहा कि बनारस में हमारे समाज का पढ़ा-लिखा लड़का जिला पंचायत का टिकट मांगने गया था, जिससे फॉर्म भरने के लिए पचास हजार की डिमांड की गई थी. आगे बोलते हुए उन्होंने कहा कि जब फॉर्म भरने की कीमत पचास हजार है तो टिकट देने के बाद दस लाख की भी डिमांड कर सकते हैं. ऐसे नेताओं से आप सजग हो जाइए. जो कि जाति के नाम पर आपके बीच आते हैं और आपको लड़वाते हैं. ऐसे लोगों से सतर्क रहें.
भाजपा की होगी जीत
कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि संवाद कार्यक्रम की सार्थकता तब है जब लोग अपने क्षेत्र की समस्या से हम लोगों को अवगत कराएं. हम लोग उनकी सेवा में समर्पित होते हुए समस्याओं का समाधान करेंगे और जो जनता ने हमारे समक्ष समस्याओं को रखा है, उसकी समस्याओं का तत्काल निस्तारण किया जाएगा. उन्होंने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भाजपा से समर्थित जो भी उम्मीदवार मैदान में होगा, वो ही जीतेगा. भारतीय जनता पार्टी ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को गंभीरता से लिया है. उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी प्रत्याशी सिंबल पर नहीं लड़ेगा, लेकिन समर्थित प्रत्याशी मैदान में रहेगा. जिससे भाजपा एकतरफा जीत दर्ज करेगी. वहीं उन्होंने ओमप्रकाश राजभर पर कटाक्ष करते हुए कहा कि गरीबों के हित के साथ सौदेबाजी करने वाले लोग कभी समाज का भला नहीं कर सकते. जो लोग महाराजा सुहेलदेव का नहीं हुए, वह राजभर समाज के क्या होंगे.