गाजीपुर: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Government) के कार्यकाल के साढ़े चार साल पूरे हो चुके हैं. भाजपा (BJP) के जनप्रतिनिधि सरकार के कामकाम और गड्ढा मुक्त सड़कों को लेकर प्रदेशभर में कसीदे कढ़ रहे हैं. लेकिन, प्रदेश के कई जिलों में सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का दावा हवा हवाई साबित होता दिखाई दे रहा है. गड्ढा मुक्त के दावों की वास्तविकता तब और सामने खुलकर आ गई. जब, स्वयं एक विधायक सड़क निर्माण न होने पर धरने पर बैठ गए. जी हां, गाजीपुर (Ghazipur के जांगीपुर से समाजवादी पार्टी के विधायक डॉ. वीरेंद्र यादव (samajwadi party mla virendra yadav) अपने समर्थकों के साथ इन दिनो धरने पर बैठे हैं. उनका कहना है कि सड़कों पर बने हुए बड़े-बड़े गड्ढे, कीचड़ और जलभराव से दुर्घटनाएं हो रही हैं. इस संबंध में सदन में आवाज उठाई गई, लेकिन प्रदेश सरकार ने बजट नहीं दिया. वीरेंद्र यादव ने कहा अगर, जल्द सड़क का निर्माण नहीं किया गया तो वे आमरण अनशन पर बैठेंगे.
दरअसल, जंगीपुर विधानसभा का लावा पारा मार्ग पिछले चार से पांच से गड्ढों में तब्दील है. ये क्षेत्र का प्रमुख मार्ग है, लिहाजा इस पर ज्यादा वाहनों की आवाजाही होती है. ऐसे में कई बार मोटरसाइकिल सवार गिरकर चुटहिल हो जाते हैं. हालांकि, स्थानीय विधायक ने सड़क निर्माण के संबंध में प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन से मांग की, लेकिन अभी तक किसी ने सुध नहीं ली. सपा विधायक डॉ. वीरेंद्र यादव के मुताबिक, उन्होंने जिलाधिकारी को इस संबंध में पत्रक सौंपा था. डीएम ने भी 15 दिन के अंदर उक्त सड़क का निर्माण कार्य शुरू कराने का वादा किया था. लेकिन, तय समय पर निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया. लिहाजा, नाराज विधायक अपने समर्थकों के साथ उसी गड्ढा युक्त सड़क पर बैठकर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं.
2012 में दर्ज हुआ था राष्ट्रद्रोह का मुकदमा
बताते चलें कि, साल 2012 में तत्कालीन समाजवादी पार्टी की सरकार में भी इसी सड़क के निर्माण को लेकर धरना-प्रदर्शन किया गया था. उस वक्त धरना दे रहे लोगों पर लाठीचार्ज की गई थी, जिसमें कई लोग घायल हुए थे और दो लोगों पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा भी दर्ज हुआ था, जिसके बाद यह सड़क बनी थी, लेकिन घटिया निर्माण सामाग्री और देखरेख के अभाव में सड़क कुछ महीने बाद ही फिर से जर्जर हो गई. सड़क को खराब हुए करीब 4 से 5 साल बीत चुके हैं. लेकिन, अभी तक इसके निर्माण को लेकर न तो स्थानीय विधायक सामने आए और न ही जिला प्रशासन. अब जब 2022 का विधानसभा चुनाव (2022 assembly election) नजदीक है तो सपा विधायक डॉ. वीरेंद्र यादव ने राजनीति शुरू कर दी है. उन्होंने, प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा ये सरकार झूठे वादे कर सत्ता पर आई थी. लेकिन विकास कार्य नहीं किए गए. उन्होंने भविष्यवाणी करते हुए कहा जब 2022 में अखिलेश सरकार बनेगी तो प्रदेश की सड़कें बेहतर होंगी. बहरहाल, विधायक के धरने को लेकर एहतियातन जिला प्रशासन ने कई थानों की पुलिस फोर्स और पीएसी को धरनास्थल पर तैनात कर दिया है. एसडीएम सदर क्षेत्राधिकारी ने कहा संबंधित विभाग के अधिकारियों को जिलाधिकारी ने तलब किया है.