गाजीपुर: रेलवे प्रशासन द्वारा यात्री सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिए रेल परिचालन के मार्गों को और सुगम बनाया जा रहा है. इसी के तहत पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल के वाराणसी सिटी-छपरा रेल खण्ड पर दोहरीकरण का कार्य चल रहा है. सोमवार को गाजीपुर के औड़िहार-तरांव के 12 किमी लंबे नवनिर्मित रेलखंड की दूसरी लाइन के विद्युतीकरण का निरीक्षण रेलवे के पूर्वोत्तर परिक्षेत्र के रेल संरक्षा आयुक्त मो. लतीफ खान द्वारा किया गया. जिसमें सब कुछ ठीक पाए जाने पर गाड़ियों के संचालन की अनुमति दे दी गई.
निरीक्षण के दौरान पूर्वोत्तर रेलवे के प्रमुख मुख्य प्रशासनिक अधिकारी निर्माण आरके यादव, प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर एके शुक्ला और वाराणसी मंडल के रेल प्रबंधक विजय कुमार पंजियार भी मौजूद रहे. इस दौरान दौरान रेल संरक्षा आयुक्त ने तरांव रेलवे स्टेशन का दोहरीकरण और यातायात प्रबंधन का गहन निरीक्षण किया. उन्होंने 25 हजार वोल्ट 50 हर्ट्ज एसी कर्षण पावर स्टेशन, विद्युतीकरण के कार्यों, नवनिर्मित भवन, प्लेटफार्म लेंथ, पैदल उपरिगामी पुल, वीडियो स्टेशन पैनल, सीएचसी क्रैंक हैंडल, स्टेशन वर्किंग रूल, रिले रूम, पॉइन्ट क्रासिंग अति महत्वपूर्ण सिगनल एवं साइटिंग बोर्ड का गहन निरीक्षण किया.
इसके बाद उन्होंने तरांव-सैदपुर भीतरी रेल खंड पर एसी कर्षण लाइन फिटिंग्स, साइटिंग बोर्ड, ओवर हेड लाइन, पावर सब स्टेशन, समपार फाटक, कर्वेचर का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान दोनों ब्लाक सेक्शन के मध्य रेल खंड का स्टैंडर्ड मानक के अनुसार मिला. औड़िहार-छपरा के मध्य चल रहे दोहरीकरण परियोजना के अंतर्गत औड़िहार-तरांव (12 किमी) रेल खंड निर्मित हो चुका है. नवनिर्मित दूसरी लाइन विद्युतीकृत खंड का कार्य पूरा हो गया है.