गाजीपुर: प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना 'कन्या सुमंगला योजना' का शुभारंभ शुक्रवार को संसदीय कार्य राज्यमंत्री आनंद कुमार शुक्ला ने जिला पंचायत सभागार में किया. इस दौरान मंत्री कुछ बोलते इससे पहले ही बिजली चली गई. घंटों मशक्कत के बाद बिजली बहाल हो पाई.
इस दौरान अपनी छोटी बच्चियों को लेकर पहुंची माताओं को भी खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. वहीं प्रभारी मंत्री आनंद कुमार शुक्ला को भी अंधेरे में ही घंटों गुजारना पड़ा. इस दौरान अधिकारियों और कर्मचारियों में अफरातफरी का माहौल देखने को मिला.
मंत्री के बोलने से पहले बिजली गुल
'कन्या सुमंगला योजना' का शुभारंभ करने आए संसदीय कार्य राज्यमंत्री आनंद कुमार शुक्ला कार्यक्रम में अपनी बात रखते, उसके पहले ही सभागार की बिजली चली गई. इस दौरान निर्बाध आपूर्ति के लिए रखा जनरेटर भी जवाब दे गया. संसदीय कार्य राज्यमंत्री को घंटे भर तक बिना बिजली के ही अपनी बात रखनी पड़ी. सभागार में छोटी बच्चियों के साथ आईं महिलाओं को इस दौरान दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
संसदीय कार्य राज्यमंत्री ने कहा की 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' के नारे को चरितार्थ करते हुए इस योजना से प्रदेश में जन्म लेने वाली बेटियों को सुरक्षित किया जा रहा है. बच्चियों की शिक्षा के लिए मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना का शुरुआत की गई है. उन्होंने बताया कि अब तक प्रदेश में चार लाख बेटियों का रजिस्ट्रेशन हुआ है. लाभार्थियों को राशि सीधे डीबीटी के माध्यम से ट्रांसफर की जा रही है. इससे प्रदेश में आ रहे लिंगानुपात में अंतर को बराबर किया जा सकेगा.