गाजीपुर : अफजाल अंसारी को 4 साल की सजा होने के बाद जिलाधिकारी के आदेश पर उनके तीन शस्त्रों के लाइसेंस को भी निरस्त कर दिया गया है. शस्त्रों को अभिरक्षा में लेने के लिए शुक्रवार को पुलिस अफजाल अंसारी के पैतृक आवास पहुंची थी. हालांकि शस्त्रों की रिकवरी नहीं हो पाई. पुलिस अब जेल में बंद अफजाल अंसारी से इन शस्त्रों के बारे में पूछताछ करने की तैयारी में जुट गई है.
शुक्रवार को अफजाल अंसारी के तीन असलहे दो राइफल और एक रिवाल्वर के लाइसेंस जिलाधिकारी के आदेश के बाद निरस्त कर दिए गए. निरस्त किए गए शस्त्रों को पुलिस अभिरक्षा में लेने के लिए शुक्रवार की शाम करीब 7:30 बजे एसपी ग्रामीण एवं सीओ मुहम्मदाबाद टीम के साथ अफजाल अंसारी के यूसुफपुर स्थित पैतृक आवास पर पहुंचे थे. टीम में काफी संख्या में महिला और पुरुष आरक्षी शामिल थे. पुलिस अधिकारियों ने अफजाल अंसारी के बड़े भाई और पूर्व विधायक सिबगतुल्लाह, मुहम्मदाबाद के वर्तमान विधायक और भतीजे सुहेब अंसारी, अफजाल की पत्नी फरहत अंसारी से शस्त्रों के बारे में पूछताछ की. परिजनों ने बताया कि जिन शस्त्रों की पुलिस को तलाश है, वह पहले से जमा हैं. हालांकि ये शस्त्र कहां जमा हैं, इसकी जानकारी परिवार के लोग नहीं दे पाए.
एसपी ओमवीर सिंह ने मीडिया से बातचीत में बताया कि अफजाल अंसारी IS-191 गैंग के सदस्य के तौर पर पुलिस फाइल में चिन्हित है. अफजाल अंसारी के शस्त्रों के लाइसेंस के निरस्तीकरण की फाइल पहले ही भेजी जा चुकी थी. इस बीच अफजाल अंसारी को सजा होने के बाद गैंग के अन्य सदस्यों की तर्ज पर उनके शस्त्रों के लाइसेंस भी निरस्त कर दिए गए. जिन शास्त्रों के लाइसेंस निरस्त किए गए हैं वे अभी पुलिस को मिले नहीं हैं. इसके बारे में पुलिस जेल में जाकर अफजाल अंसारी से पूछताछ करेगी. अगर शस्त्र जमा नहीं हैं तो उन्हें पुलिस अभिरक्षा में लेने की कवायद की जाएगी.
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