गाजीपुर : उत्तर प्रदेश सरकार के साढे 4 साल पूरा होने पर प्रदेश के समस्त जनपदों में विधायक, मंत्री, सांसद, प्रभारी मंत्रियों के द्वारा प्रेस वार्ता कर सरकार की योजनाओं को आमजन के सामने रखने का काम किया गया है. इसी कड़ी में आज जनपद के प्रभारी मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला का आगमन गाजीपुर में हुआ था. इस दौरान उन्होंने विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के अंतर्गत बढई, हलवाई और राज मिस्त्री जो 6 दिन का प्रशिक्षण ले चुके थे, उन सभी को औजार उपलब्ध कराया.
इस दौरान मीडिया से मुखातिब होते हुए राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने प्रदेश सरकार के द्वारा साढे 4 साल में किए गए कार्यों का पूरा विवरण रखा. वहीं मीडिया के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की योजनाओं और मुख्यमंत्री के द्वारा किए गए कार्यों को पत्रकारों के माध्यम से आमजन तक पहुंचाने और उन लोगों को जो लगातार उछल कूद कर रहे हैं, वह यह जानते रहें कि उत्तर प्रदेश की सरकार ने 24 करोड़ लोगों की सेवा की है. वहीं गड्ढा मुक्त योजना पर बोलते हुए कहा कि 15 सितंबर से गड्ढा मुक्ति अभियान शुरू हुआ है, जब यह पूरा हो जाएगा तो कहीं भी गड्ढा देखने को नहीं मिलेगा.
अखिलेश यादव पर पूछे गए सवाल पर मंत्री ने कहा- मुख्तार अंसारी के घर में थे पूर्व विधायक कृष्णानंद राय के हत्यारे. उनका कहना था कि अखिलेश के अब्बा जान के सह पर हुई थी विधायक की हत्या. इस दौरान अखिलेश यादव पर जब सवाल पूछा गया तो वह भड़क गए. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव पूरी तरह से दिग्भ्रमित हैं. अखिलेश यादव अगर सबको राशन दे दिए होते, तो कहते कि उनका काम है. अगर वह अपने चाचा जान आजम खां के जनपद रामपुर से बाहर बिजली भेज दिए होते तो हम कहते कि उन्होंने काम किया है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता सब देख रही है. उनका कहना था- 29 नवंबर 2005 के पहले गाजीपुर के एसपी ने शिवपाल यादव और मुख्यमंत्री से बार-बार यह बात कही कि फाटक पर बिहार और पंजाब से हथियारों से लैस अपराधी आकर उनके आवास पर हैं. छापेमारी का परमिशन दिया जाए, लेकिन अखिलेश यादव के अब्बा ने परमिशन नहीं दिया और दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई. हम उन अपराधियों के खिलाफ क्या किए हैं. क्या यह काम अखिलेश यादव कभी करते थे.
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उन्होंने कहा- मुख्तार अंसारी जिस जेल में रहा करता था, वहां का डीएम उनके साथ बैडमिंटन खेला करता था. और आज हमारी सरकार में वही मुख्तार अंसारी बांदा के जेल में मच्छरदानी और चौकी मांग रहा है. अखिलेश यादव ने क्या किया 5 साल में. उनके मुख्यमंत्री आवास में कभी भी कोई साधु सन्यासी नहीं गया. बल्कि सिर्फ वहां रोजा इफ्तार की पार्टी हुआ करती थी. कभी भी दुर्गा-पूजन कमेटी को नहीं बुलाया. हमारे मुख्यमंत्री जी ने जो दीप जलाकर जो रिकॉर्ड बनाया है, क्या वह काम अखिलेश यादव ने किया है.