गाजीपुर: शनिवार को गाजीपुर के फैमिली कोर्ट में एक अलग ही नजारा देखने को मिला. न्यायालय में लोक अदालत का आयोजन किया गया. जहां पर एक-दो नहीं बल्कि 10 जोड़े आपस में एक दूसरे को वरमाला पहनाकर अपने पुराने गिले शिकवे भुलाकर, दोबारा एक दूसरे के साथ शादी के बंधन में बंध गए.
गाजीपुर: जनपद न्यायालय में लोक अदालत का आयोजन, 10 जोड़े फिर से बंधे शादी के बंधन में
गाजीपुर जिला न्यायालय में फैमिली कोर्ट में लोक अदालत का आयोजन किया गया, जिसमें फैमिली कोर्ट में पिछले कई सालों से चले आ रहे विवाद की काउंसलिंग की. 10 जोड़ों ने अपनी गलतफहमियों को दूर किया और एक दूसरे को माला पहनाकर फिर से एक दूसरे के साथ रहने का वादा किया.
जनपद न्यायालय में लोक अदालत का आयोजन
गाजीपुर: शनिवार को गाजीपुर के फैमिली कोर्ट में एक अलग ही नजारा देखने को मिला. न्यायालय में लोक अदालत का आयोजन किया गया. जहां पर एक-दो नहीं बल्कि 10 जोड़े आपस में एक दूसरे को वरमाला पहनाकर अपने पुराने गिले शिकवे भुलाकर, दोबारा एक दूसरे के साथ शादी के बंधन में बंध गए.
इन 10 जोड़ों का पिछले कई सालों से विवाद चल रहा था. आरोप-प्रत्यारोप, शक के चलते न्यायालय की शरण में विवाह विच्छेद की अर्जी और दलीलें भी दी जा रही थी. वहीं कोर्ट ने कमेटी बनाकर इन सभी जोड़ों का काउंसलिंग करना शुरू किया, जिसके बाद 10 जोड़ों ने गलतफहमियों को दूर किया और एक दूसरे को माला पहनाकर फिर से एक हुए.वहीं फैमिली कोर्ट के द्वितीय प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि इन जोड़ो का काफी दिनों से मामला न्यायालय में चल रहा था. फैमिली कोर्ट के समझाने के बाद आज 10 जोड़े एक हुए हैं.
इन 10 जोड़ों का पिछले कई सालों से विवाद चल रहा था. आरोप-प्रत्यारोप, शक के चलते न्यायालय की शरण में विवाह विच्छेद की अर्जी और दलीलें भी दी जा रही थी. वहीं कोर्ट ने कमेटी बनाकर इन सभी जोड़ों का काउंसलिंग करना शुरू किया, जिसके बाद 10 जोड़ों ने गलतफहमियों को दूर किया और एक दूसरे को माला पहनाकर फिर से एक हुए.वहीं फैमिली कोर्ट के द्वितीय प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि इन जोड़ो का काफी दिनों से मामला न्यायालय में चल रहा था. फैमिली कोर्ट के समझाने के बाद आज 10 जोड़े एक हुए हैं.
Intro:पारिवारिक कोर्ट की पहल पर कोर्ट रूम में माला पहनाकर दोबारा एक हुए 10 जोड़ें
गाजीपुर। खबर गाजीपुर से है। जहां गाजीपुर न्यायालय में लोक अदालत का आयोजन किया गया। आज गाजीपुर के फैमिली कोर्ट में एक अलग ही नजारा देखने को मिला जहां पर एक-दो नहीं बल्कि 10 जोडे आपस में एक दूसरे को माला पहनाकर अपने पुराने गिले शिकवे को भुलाकर दोबारा एक हुए।
Body:बतादें की इन 10 जोड़ो का पिछले कई सालों से विवाद चल रहा था। छोटी- मोटी बात, आरोप-प्रत्यारोप, शक के चलते न्यायालय की शरण में विवाह विच्छेद की अर्जी और दलीलें भी दी जा रही थी। वहीं कोर्ट ने कमेटी बनाकर इन सभी जोड़ों का काउंसलिंग करना शुरू किया। जिसके बाद 10 जोड़ो ने पुरानी बातों और गलतफहमियों को दूर कर दोबारा एक दूसरे के हुए।
Conclusion:न्यायाधीशों की उपस्थिति में सभी जोडे एक दूसरे को माला पहनाकर दोबारा एक दुसरे के साथ रहने की कसम खाई। वहीं फैमिली कोर्ट के द्वितीय प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि इन जोड़ो का काफी दिनों से मामला न्यायालय में चल रहा था। फैमिली कोर्ट के समझाने के बाद आज 10 जोड़े एक हुए हैं।
बाइट- गुलाब सिंह ( द्वितीय प्रधान न्यायाधीश फैमिली कोर्ट ) , विजुअल
उज्ज्वल कुमार राय, 7201819
गाजीपुर। खबर गाजीपुर से है। जहां गाजीपुर न्यायालय में लोक अदालत का आयोजन किया गया। आज गाजीपुर के फैमिली कोर्ट में एक अलग ही नजारा देखने को मिला जहां पर एक-दो नहीं बल्कि 10 जोडे आपस में एक दूसरे को माला पहनाकर अपने पुराने गिले शिकवे को भुलाकर दोबारा एक हुए।
Body:बतादें की इन 10 जोड़ो का पिछले कई सालों से विवाद चल रहा था। छोटी- मोटी बात, आरोप-प्रत्यारोप, शक के चलते न्यायालय की शरण में विवाह विच्छेद की अर्जी और दलीलें भी दी जा रही थी। वहीं कोर्ट ने कमेटी बनाकर इन सभी जोड़ों का काउंसलिंग करना शुरू किया। जिसके बाद 10 जोड़ो ने पुरानी बातों और गलतफहमियों को दूर कर दोबारा एक दूसरे के हुए।
Conclusion:न्यायाधीशों की उपस्थिति में सभी जोडे एक दूसरे को माला पहनाकर दोबारा एक दुसरे के साथ रहने की कसम खाई। वहीं फैमिली कोर्ट के द्वितीय प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि इन जोड़ो का काफी दिनों से मामला न्यायालय में चल रहा था। फैमिली कोर्ट के समझाने के बाद आज 10 जोड़े एक हुए हैं।
बाइट- गुलाब सिंह ( द्वितीय प्रधान न्यायाधीश फैमिली कोर्ट ) , विजुअल
उज्ज्वल कुमार राय, 7201819