गाजीपुर: जिले में बाढ़ का कहर लगातार जारी है. गंगा खतरे के निशान के करीब पहुंच चुकी हैं. खतरे का निशान 63.105 मीटर पर है. गंगा नदी के जलस्तर अभी और वृद्धि हो सकती है. जिला प्रशासन बाढ़ से निपटने की तैयारियों में जुटा हुआ है.
- गंगा में बढ़ रहे जलस्तर को देखते हुए जहां पूरा प्रशासन हाई अलर्ट पर है.
- बाढ़ का पानी सब्बलबुर व देवरिया बाण, गंगबरार पाह सैयदराजा, गंगाबरार, देवरिया, भुल्लन राय आदि गांव में पानी घुस चुका है.
- करीब एक सौ तीस परिवार के चार सौ लोग बाढ़ से घिरे हुए है.
- बाढ़ से निपटने के लिये 92 बाढ़ चौकियां जनपद में बनायी गयी हैं.
- तकरीबन एक सौ बीघा खेती योग्य भूमि गंगा में समाहित हो चुकी है.
- गंगा के किनारे मौनी बाबा धाम और हरी शंकरी का विशाल पेड़ भी गंगा में समा चुका है.
जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा-
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नाव से राजस्व कर्मियों एवं पुलिस बल के साथ दौरा किया जा रहा है. कानूनगो और लेखपालों से स्थिति की पूरी जानकारी भी ली जा रही है. जिला प्रशासन ने लोगों से जानवरों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से दूर ले जाने की अपील की गई है. कुछ ग्रामीणों ने नाव का सहारा लेकर अपने सामान हटाना भी शुरू कर दिया है.
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गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी को लेकर वह पूरे प्रशासन को हाई अलर्ट किया गया है. कुछ देर पहले उन्होंने एसडीएम की बैठक कर सभी को इस हालात से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है. कटान प्रभावित इलाकों पर नज़र रखने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं.
-के. बाला जी,जिलाधिकारी