गाजीपुर: मानव संसाधन मंत्रालय के निर्देशानुसार 'मातृभाषा दिवस' पर जिले के राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में पुस्तक प्रदर्शनी लगाई गई, जिसमें हिंदी, उर्दू और भोजपुरी से संबंधित विविध पुस्तकों, पत्रिकाओं और रिपोर्ट को रखा गया. वहीं इस दौरान छात्र-छात्राओं ने कहा कि हमें हर भाषा को सीखना चाहिए, लेकिन अपनी मातृभाषा को हमेशा सर्वोपरि रखना चाहिए.
एमए प्रथम वर्ष की छात्रा स्वाति वर्मा ने कहा कि महादेवी वर्मा ने कहा था कि आप हर भाषा सीखें, लेकिन अपनी मातृभाषा को हमेशा सर्वोपरि रखें, क्योंकि आपकी पहचान आपके नाम से नहीं आपकी भाषा और आपके देश से होती है. पूरे विश्व में सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा हिंदी है तो हिंदी बोलने में शर्म क्यों आती है. युवाओं से अपील करते हुए कहा कि फ्रेंच और अन्य भाषाएं जरूर सीखें, लेकिन अपनी मातृभाषा हिंदी को सबसे पहले रखें.
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हिंदी विभाग की असिस्टेंट प्रो. डॉ. शशिकला जायसवाल ने कहा कि जब तक मातृभाषा में हमारी पकड़ मजबूत नहीं होती है तब तक हम अपने आप को बेहतर ढंग से व्यक्त नहीं कर सकते हैं. अन्य भाषाओं में समस्या होती है इसलिए हम अपनी मातृभाषा में खुद को व्यक्त करते हैं. कई स्थानों में स्थानीय भाषा में पठन-पाठन भी कराया जाता है. मातृभाषा और स्थानीय भाषा दोनों का संवर्धन होना चाहिए.