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अजब-गजब: गंगा में उतराती लाशें डीएम को दिखी एक, एसडीएम को दिख रहीं 25

गाजीपुर में गंगा में इतनी उतराती हुई लाशें दिख रही हैं कि गिनती में न आए, लेकिन डीएम की नजर में सिर्फ एक लाश है, जिसका अंतिम संस्कार किया जा चुका है. डीएम साहब की बात उनके इलाके के एसडीएम साहब भी सुनकर चौंक गए, जिन्होंने करीब 25 लाशें मिलने का दावा किया है. देखिए ये रिपोर्ट..

different statement of dm and sdm on dead bodies
लाशों पर डीएम एसडीएम के आंकड़े अलग.
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Published : May 12, 2021, 2:42 PM IST

Updated : May 12, 2021, 2:55 PM IST

गाजीपुर: जिले के विभिन्न घाटों पर लाशों के मिलने का सिलसिला जारी है. इस मामले में ईटीवी भारत ने जब जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह से बात की और गंगा में उतराई लाशों के बारे में सवाल किया तो उन्होंने बताया कि गंगा में केवल एक लाश मिली है, जिसका विधि विधान से अंतिम संस्कार करवा दिया गया है. यूपी से लाशें बहकर बिहार में प्रवेश न कर सके, इसके लिए बक्सर के जिलाधिकारी के द्वारा अपने बॉर्डर पर गंगा नदी में जाल लगाने के बारे में सवाल पूछने पर जिलाधिकारी ने कहा कि यह उनका आंतरिक मामला है. इसमें हम कुछ नहीं कह सकते हैं.

एक्सक्लूसिव रिपोर्ट...
जिलाधिकारी से बात करने के बाद ईटीवी भारत ने सेवराईं एसडीएम रमेश कुमार मौर्य ने ईटीवी भारत की खबरों का संज्ञान लेते हुए रात 11:00 बजे से सुबह 8:00 बजे तक गंगा में उतराई लाशों को निकलवाया. उन्होंने बताया कि 25 लाशों को गंगा से निकाला गया है.

ये भी पढ़ें: गंगा घाट है, लाशें हैं और दाह संस्कार की अनुमति भी, नहीं है तो सिर्फ प्रशासन की मंशा


दोनों अधिकारियों के बयान एक-दूसरे से अलग

जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह कह रहे हैं कि एक लाश मिली, जिसका उन्होंने विधि विधान से अंतिम संस्कार करवा दिया तो वहीं एसडीएम सेवराईं ने करीब 25 लाशों को गंगा से निकालने की बात कही है. अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह झूठ बोल रहे हैं या फिर स्थानीय प्रशासन झूठ बोल रहा है, जो इस मामले की जानकारी को लेकर उनको अंधेरे में रखा है.


ये भी पढ़ें: गंगा में मिली लाशें: 'खाने को पैसे नहीं, कहां से खरीदें लकड़ी इसलिए बहा देते हैं शव'


लाशों की बदबू से लोग परेशान

बता दें कि अभी कुछ अन्य जगहों से भी खबरें आ रही हैं कि गंगा किनारे वाले गांवों में दर्जनों की संख्या में लाशें उतर आई हैं. स्थानीय लोग इसे लेकर काफी परेशान हैं क्योंकि गंगा में उतराती लाशों से बदबू आ रही है. लोगों को कोरोना संक्रमण फैलने का डर सता रहा है.

गाजीपुर: जिले के विभिन्न घाटों पर लाशों के मिलने का सिलसिला जारी है. इस मामले में ईटीवी भारत ने जब जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह से बात की और गंगा में उतराई लाशों के बारे में सवाल किया तो उन्होंने बताया कि गंगा में केवल एक लाश मिली है, जिसका विधि विधान से अंतिम संस्कार करवा दिया गया है. यूपी से लाशें बहकर बिहार में प्रवेश न कर सके, इसके लिए बक्सर के जिलाधिकारी के द्वारा अपने बॉर्डर पर गंगा नदी में जाल लगाने के बारे में सवाल पूछने पर जिलाधिकारी ने कहा कि यह उनका आंतरिक मामला है. इसमें हम कुछ नहीं कह सकते हैं.

एक्सक्लूसिव रिपोर्ट...
जिलाधिकारी से बात करने के बाद ईटीवी भारत ने सेवराईं एसडीएम रमेश कुमार मौर्य ने ईटीवी भारत की खबरों का संज्ञान लेते हुए रात 11:00 बजे से सुबह 8:00 बजे तक गंगा में उतराई लाशों को निकलवाया. उन्होंने बताया कि 25 लाशों को गंगा से निकाला गया है.

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दोनों अधिकारियों के बयान एक-दूसरे से अलग

जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह कह रहे हैं कि एक लाश मिली, जिसका उन्होंने विधि विधान से अंतिम संस्कार करवा दिया तो वहीं एसडीएम सेवराईं ने करीब 25 लाशों को गंगा से निकालने की बात कही है. अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह झूठ बोल रहे हैं या फिर स्थानीय प्रशासन झूठ बोल रहा है, जो इस मामले की जानकारी को लेकर उनको अंधेरे में रखा है.


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लाशों की बदबू से लोग परेशान

बता दें कि अभी कुछ अन्य जगहों से भी खबरें आ रही हैं कि गंगा किनारे वाले गांवों में दर्जनों की संख्या में लाशें उतर आई हैं. स्थानीय लोग इसे लेकर काफी परेशान हैं क्योंकि गंगा में उतराती लाशों से बदबू आ रही है. लोगों को कोरोना संक्रमण फैलने का डर सता रहा है.

Last Updated : May 12, 2021, 2:55 PM IST
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