गाजीपुर: सूबे की योगी और केंद्र की मोदी सरकार भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की बात करती है, लेकिन सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही हैं. शादीशुदा जोड़े अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर सामूहिक विवाह में शामिल होकर सरकारी पैसे का बंदरबांट कर रहे हैं. ऐसा ही मामला जिले की मनिहारी ब्लॉक में देखने को मिला, जहां 110 में से 57 जोड़े फर्जी निकले हैं.
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में भ्रष्टाचार
- गाजीपुर में फर्जी शादी का मामला संज्ञान में आया तो संबंधित अधिकारियों के होश उड़ गए.
- सामूहिक विवाह योजना के तहत प्रदेश भर में हजारों जोड़ों की शादी कराई गई.
- मनिहारी ब्लॉक में 110 में से 57 जोड़े फर्जी पाए गए.
- अन्य ब्लॉकों में भी आयोजित विवाह पर भी जांच की आंच आ सकती है.
- जिलाधिकारी ने फर्जी जोड़ों की जांच के लिए टीम गठित कर दी है.
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मामला संज्ञान में आने के बाद जिला प्रशासन द्वारा सीडीओ की अध्यक्षता में एक तीन सदस्यीय समिति गठित की गई है, जिसमें एक ज्वाइंट मजिस्ट्रेट और सीनियर ट्रेजरी ऑफिसर है. उनसे नियत समय में जांच करके 15 दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया है. रिपोर्ट आने के बाद जिसके स्तर पर अनियमितता बरती गई है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
- ओम प्रकाश आर्य, डीएम, गाजीपुर