गाजीपुर : लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण 19 मई को गाजीपुर में मतदान होना है. गर्मी के साथ-साथ नेताओं की बयानबाजी का भी पारा चढ़ने लगा है. बीजेपी और सपा-बसपा गठबंधन प्रत्याशी किसानों का हितैषी बनने का दावा कर रहे हैं. आरोप-प्रत्यारोप के तीर खूब चल रहे हैं. जिले में नंदगंज की चीनी मिल और बड़ौरा कताई मिल पर सालों से ताला जड़ा है. इस मुद्दे पर विपक्षी भाजपा को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं.
विपक्ष और सरकार में छिड़ी जंग
- दरअसल, योगी सरकार ने चीनी मिलों को दोबारा से शुरू करने का दावा किया था. गन्ना किसानों के बकाया भुगतान का आश्वासन दिया. वहीं, अब तक गाजीपुर की चीनी मिल शुरू नहीं हो सकी है.
- आम चुनाव से पहले भाजपा प्रत्याशी रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने अपनी जनसभाओं में दावा किया था कि वह नंदगंज की चीनी मिल को शुरू करायेगें और उससे बड़ा उद्योग गाजीपुर में लगाएंगे. लेकिन तमाम दावे हकीकत के धरातल पर नजर नहीं आ रहीं हैं.
- सपा-बसपा गठबंधन के प्रत्याशी अफजाल अंसारी गन्ना किसानों के मुद्दों पर बीजेपी को घेर रहे हैं. उनका कहना है कि विकास पुरुष को चीनी मिल शुरू करानी चाहिए थी ताकि लोगों को रोजगार मिल सके.
- वहीं, भाजपा प्रत्याशी और रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने आचार संहिता का हवाला देते हुए कहा कि मैं कोई एलान अभी नहीं कर सकता. उन्होंने कहा गाजीपुर में फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में निजी निवेश आए, इसके लिए बीजेपी सरकार योजनाबद्ध ढंग से काम करेगी.