ETV Bharat / state

ओमप्रकाश राजभर को उनके ही विधानसभा में दिखाए गए काले झंडे, सुभासपा अध्यक्ष ने जारी किया वीडियो

पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) को बाढ़ प्रभावित गोसलपुर गांव के लोगों काले झंडे दिखाए और ओमप्रकाश मुर्दाबाद के नारे लगाए. ग्रामीणों का आरोप है कि पूर्व मंत्री राजभर अपने कार्यकाल में पहली बार इस गांव के दौरा पर आए हैं.

ओमप्रकाश राजभर को दिखाए काले झंडे
ओमप्रकाश राजभर को दिखाए काले झंडे
author img

By

Published : Oct 8, 2021, 10:52 PM IST

गाजीपुर: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Sarkar) में कैबिनेट मंत्री रह चुके व सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) को अपने विधानसभा में ही लोगों के कोप का भाजन का शिकार होना पड़ रहा है. इससे जुड़ा हुआ एक वीडियो सामने आया है, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ओमप्रकाश राजभर का विरोध होना शुरू हो गया है.

दरअसल, ओमप्रकाश राजभर इन दिनों अपने विधानसभा क्षेत्र के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं. शुक्रवार को गाजीपुर के अंतिम छोर पर स्थित गोसलपुर गांव पहुंचे. यहां गांव के नजदीक प्रवाहित टोंस नदी में बाढ़ का साया है, जिससे इलाके के लोग खासा परेशान हैं. लिहाजा, राजभर लोगों की परेशानियों को देखने प्रभावित गांव पहुंच गए. राजभर 2017 का विधानसभा चुनाव जीतने के बाद पहली बार इस गांव पहुंचे थे. जहां, उन्हें देख लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. ग्रामीणों का आरोप है कि पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर अपने कार्यकाल में पहली बार इस गांव के दौरे पर आए हैं. ऐसे में नाराज ग्रामीणों ने पहले उन्हें काले झंडे दिखाए और फिर ओमप्रकाश मुर्दाबाद के नारे भी लगाए. लोगों का गुस्सा देख सुभासपा अध्यक्ष वहां से चुपचाप निकल गए.

ओमप्रकाश राजभर को दिखाए काले झंडे

यह भी पढ़ें-बाबा विश्वनाथ की नगरी से प्रियंका करेंगी प्रतिज्ञा रैली का शंखनाद, 7 वचन निभाने का करेंगी वादा

ग्रामीणों ने बताया कि उनकी ग्राम सभा गाजीपुर जिले की अंतिम ग्रामसभा है. जहां पर कोई भी सांसद या विधायक इसलिए नहीं आता कि शायद उसे लगता है की यह गांव पाकिस्तान की सीमा में है. हालांकि, ग्रामीणों के विरोध के बाद ओमप्रकाश राजभर ने एक वीडियो जारी कर मीडिया को उपलब्ध कराया, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि भाजपा के लोग उन्हें काला झंडा दिखाने का काम कर रहे हैं. इससे भाजपाइयों की बौखलाहट स्पष्ट दिखाई दे रही है. उनकी सरकार जाने वाली है. उन्होंने कहा मौजूदा समय में लखीमपुर खीरी मामले में प्रदेश का अगर, कोई नेता सरकार से जवाब मांग रहा है तो वह है ओमप्रकाश राजभर. लखीमपुर खीरी कांड में यदि कोई दलित और पिछड़े का बेटा होता तो उसकी गिरफ्तारी हो जाती, लेकिन केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र के बेटे की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई. सरकार अपराधियों को बचाने का काम कर रही है. फर्जी तरीके से कमजोर और वंचित वर्ग के लोगों को परेशान किया जा रहा है.

इसे भी पढे़ंःlakhimpur kheri violence: अखिलेश यादव का आरोप, सुना है अजय मिश्रा का बेटा भाग गया नेपाल

गाजीपुर: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Sarkar) में कैबिनेट मंत्री रह चुके व सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) को अपने विधानसभा में ही लोगों के कोप का भाजन का शिकार होना पड़ रहा है. इससे जुड़ा हुआ एक वीडियो सामने आया है, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ओमप्रकाश राजभर का विरोध होना शुरू हो गया है.

दरअसल, ओमप्रकाश राजभर इन दिनों अपने विधानसभा क्षेत्र के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं. शुक्रवार को गाजीपुर के अंतिम छोर पर स्थित गोसलपुर गांव पहुंचे. यहां गांव के नजदीक प्रवाहित टोंस नदी में बाढ़ का साया है, जिससे इलाके के लोग खासा परेशान हैं. लिहाजा, राजभर लोगों की परेशानियों को देखने प्रभावित गांव पहुंच गए. राजभर 2017 का विधानसभा चुनाव जीतने के बाद पहली बार इस गांव पहुंचे थे. जहां, उन्हें देख लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. ग्रामीणों का आरोप है कि पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर अपने कार्यकाल में पहली बार इस गांव के दौरे पर आए हैं. ऐसे में नाराज ग्रामीणों ने पहले उन्हें काले झंडे दिखाए और फिर ओमप्रकाश मुर्दाबाद के नारे भी लगाए. लोगों का गुस्सा देख सुभासपा अध्यक्ष वहां से चुपचाप निकल गए.

ओमप्रकाश राजभर को दिखाए काले झंडे

यह भी पढ़ें-बाबा विश्वनाथ की नगरी से प्रियंका करेंगी प्रतिज्ञा रैली का शंखनाद, 7 वचन निभाने का करेंगी वादा

ग्रामीणों ने बताया कि उनकी ग्राम सभा गाजीपुर जिले की अंतिम ग्रामसभा है. जहां पर कोई भी सांसद या विधायक इसलिए नहीं आता कि शायद उसे लगता है की यह गांव पाकिस्तान की सीमा में है. हालांकि, ग्रामीणों के विरोध के बाद ओमप्रकाश राजभर ने एक वीडियो जारी कर मीडिया को उपलब्ध कराया, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि भाजपा के लोग उन्हें काला झंडा दिखाने का काम कर रहे हैं. इससे भाजपाइयों की बौखलाहट स्पष्ट दिखाई दे रही है. उनकी सरकार जाने वाली है. उन्होंने कहा मौजूदा समय में लखीमपुर खीरी मामले में प्रदेश का अगर, कोई नेता सरकार से जवाब मांग रहा है तो वह है ओमप्रकाश राजभर. लखीमपुर खीरी कांड में यदि कोई दलित और पिछड़े का बेटा होता तो उसकी गिरफ्तारी हो जाती, लेकिन केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र के बेटे की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई. सरकार अपराधियों को बचाने का काम कर रही है. फर्जी तरीके से कमजोर और वंचित वर्ग के लोगों को परेशान किया जा रहा है.

इसे भी पढे़ंःlakhimpur kheri violence: अखिलेश यादव का आरोप, सुना है अजय मिश्रा का बेटा भाग गया नेपाल

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.