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गाजीपुर: आयुष्मान भारत योजना के तहत गांव-गांव जाकर बनाए जाएंगे गोल्डन कार्ड

यूपी के गाजीपुर में प्रधानमंत्री मोदी की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत का लाभ सभी लाभार्थियों तक पहुंचने में जिला प्रशासन जुटा है. ग्रामवार कैंप का आयोजन कर गोल्डन कार्ड बनाने की कवायद स्वास्थ्य विभाग की ओर से तेज कर दी गई है.

गांव-गांव जाकर बनाए जाएंगे गोल्डन कार्ड.
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Published : Oct 19, 2019, 10:06 AM IST

गाजीपुर: प्रधानमंत्री मोदी की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत का लाभ सभी लाभार्थियों तक पहुंचाने में जिला प्रशासन जुटा हुआ है. गांवों में कैंप का आयोजन कर गोल्डन कार्ड बनाने की कवायद स्वास्थ्य विभाग की ओर से तेज कर दी गई है. इसके लिए सभी जनसेवा केंद्रों को ब्लाकवार लाभार्थियों की सूची उपलब्ध करा दी गई है, ताकि इसका लाभ उन पात्र परिवार के सदस्यों मिले, जिनके पास अभी तक आयुष्मान योजना और सीएम जन आरोग्य का पत्र नहीं है.

गांव-गांव जाकर बनाए जाएंगे गोल्डन कार्ड.
आयुष्मान भारत के जिला प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर ने दी जानकारी
आयुष्मान भारत के जिला प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर डॉ. जितेंद्र दुबे ने बताया कि शासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने सभी ब्लाकों के जनसेवा केंद्रों को डाटा उपलब्ध करा दिया है. इसके कर्मचारी प्रत्येक गांव में कैंप लगाने के साथ सूची के मुताबिक परिवार के प्रत्येक सदस्यों का गोल्डन कार्ड बनाने का काम करेंगे.
गोल्डन कार्ड के लिए ब्लाकों पर लगाए जा रहे कैंप
जिले में कई ऐसे लोग हैं, जिन्हें लाभार्थी होने की जानकारी ही नहीं है. गोल्डन कार्ड जनरेट करने के लिए ब्लाकों पर कैंप लगाए जा रहे हैं, लेकिन कैंप में वे ही लाभार्थी पहुंच पाते हैं, जिनको पीएम और सीएम का पत्र मिला था. ऐसे में जहां गोल्डेन कार्ड जनरेट करने के लक्ष्य को विभाग पूर्ण नहीं कर पा रहा था. पात्र रहने के बावजूद भी ऐसे परिवार इस योजना से अब तक वंचित थे.

इसे भी पढ़ें:- गाजीपुर में असलहों के साथ 50 हजार के दो इनामी बदमाश गिरफ्तार

जनसेवा केंद्र के कर्मचारियों की मदद से गोल्डेन कार्ड बनाया जाएगा. इसके लिए प्रति कार्ड 30 रुपये निर्धारित शुल्क प्रति कार्ड लाभार्थियों को देना होगा. हम ग्राम प्रधानों के वॉट्सऐप ग्रुप से जुड़ गए हैं, ताकि हर गांव के लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनना सुनिश्चित हो सके.
-डॉ. जितेंद्र दुबे, कोऑर्डिनेटर, आयुष्मान जिला प्रोग्राम

गाजीपुर: प्रधानमंत्री मोदी की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत का लाभ सभी लाभार्थियों तक पहुंचाने में जिला प्रशासन जुटा हुआ है. गांवों में कैंप का आयोजन कर गोल्डन कार्ड बनाने की कवायद स्वास्थ्य विभाग की ओर से तेज कर दी गई है. इसके लिए सभी जनसेवा केंद्रों को ब्लाकवार लाभार्थियों की सूची उपलब्ध करा दी गई है, ताकि इसका लाभ उन पात्र परिवार के सदस्यों मिले, जिनके पास अभी तक आयुष्मान योजना और सीएम जन आरोग्य का पत्र नहीं है.

गांव-गांव जाकर बनाए जाएंगे गोल्डन कार्ड.
आयुष्मान भारत के जिला प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर ने दी जानकारी
आयुष्मान भारत के जिला प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर डॉ. जितेंद्र दुबे ने बताया कि शासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने सभी ब्लाकों के जनसेवा केंद्रों को डाटा उपलब्ध करा दिया है. इसके कर्मचारी प्रत्येक गांव में कैंप लगाने के साथ सूची के मुताबिक परिवार के प्रत्येक सदस्यों का गोल्डन कार्ड बनाने का काम करेंगे.
गोल्डन कार्ड के लिए ब्लाकों पर लगाए जा रहे कैंप
जिले में कई ऐसे लोग हैं, जिन्हें लाभार्थी होने की जानकारी ही नहीं है. गोल्डन कार्ड जनरेट करने के लिए ब्लाकों पर कैंप लगाए जा रहे हैं, लेकिन कैंप में वे ही लाभार्थी पहुंच पाते हैं, जिनको पीएम और सीएम का पत्र मिला था. ऐसे में जहां गोल्डेन कार्ड जनरेट करने के लक्ष्य को विभाग पूर्ण नहीं कर पा रहा था. पात्र रहने के बावजूद भी ऐसे परिवार इस योजना से अब तक वंचित थे.

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जनसेवा केंद्र के कर्मचारियों की मदद से गोल्डेन कार्ड बनाया जाएगा. इसके लिए प्रति कार्ड 30 रुपये निर्धारित शुल्क प्रति कार्ड लाभार्थियों को देना होगा. हम ग्राम प्रधानों के वॉट्सऐप ग्रुप से जुड़ गए हैं, ताकि हर गांव के लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनना सुनिश्चित हो सके.
-डॉ. जितेंद्र दुबे, कोऑर्डिनेटर, आयुष्मान जिला प्रोग्राम

Intro:केवल आयुष्मान पत्र से नहीं मिलेगा लाभ, ग्रामवार गोल्डन कार्ड बनाने की कवायद शुरू


गाजीपुर। प्रधानमंत्री मोदी की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत का लाभ सभी लाभार्थियों तक पहुचने में जिला प्रशासन जुटा है। ग्रामवार कैंप का आयोजन कर गोल्डन कार्ड बनाने की कवायद स्वास्थ्य विभाग की ओर से तेज कर दी गई है। इसके लिए सभी जनसेवा केंद्रों को ब्लाकवार लाभार्थियों की सूची उपलब्ध करा दी गई है। ताकि इसका लाभ उन पात्र परिवार के सदस्यों को होगा जिनके पास अभी तक आयुष्मान योजना व सीएम जन आरोग्य का पत्र नहीं मिला है।





Body:बतादें की कई ऐसे लोग है जिन्हें लाभार्थी होने की जानकारी ही नहीं है। गोल्डन कार्ड जेनरेट करने के लिए ब्लाकों पर लगाए जा रहे हैं। लेकिन कैंप में वे ही लाभार्थी पहुंच पाते। जिनको पीएम व सीएम का पत्र मिला था। ऐसे में जहां गोल्डेन कार्ड जेनरेट करने के लक्ष्य को विभाग पूर्ण नहीं कर पा रहा था। पात्र रहने के बावजूद भी ऐसे परिवार इस योजना से अब तक वंचित थे।


आयुष्मान भारत के जिला प्रोग्राम कोआर्डिनेटर डा. जितेंद्र दुबे ने बताया कि शासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने ब्लाकवार जनसेवा केंद्रों को उपलब्ध करा दी है। इसके कर्मचारी प्रत्येक गांव में कैंप लगाने के साथ सूची के मुताबिक परिवार के प्रत्येक सदस्यों का गोल्डन कार्ड बनाने का काम करेंगे।





Conclusion:जनसेवा केंद्र के कर्मचारी द्वारा कैंप में गोल्डेन कार्ड बनाया जाएगा। इसके लिए प्रति कार्ड 30 रुपये निर्धारित शुल्क प्रति कार्ड लाभार्थियों को देना होगा। उन्होंने बताया कि वह ग्राम प्रधानों के सभी व्हाट्सएप ग्रुप में भी जुड़ गए हैं ताकि हरगांव के लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनना सुनिश्चित हो सके। आयुष्मान भारत पत्र होने से आयुष्मान भारत योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा। लाभ लेने के लिए आयुष्मान गोल्डन कार्ड होना जरूरी है।


बाइट - डा. जितेंद्र दुबे ( आयुष्मान जिला प्रोग्राम कोआर्डिनेटर), विजुअल , पीटीसी


उज्जवल कुमार राय, 7905590960



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