गाजियाबाद: बीती 27 जुलाई को जिस महिला का शव सूटकेस में मिला था. उस मामले में सोमवार को नया मोड़ आ गया था. मामले की जांच पुलिस ने दोबारा से शुरू कर दी है. मामले में धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और महिला की पहचान की कोशिश की जा रही है.
परिवार ने दी झूठी जानकारी
पुलिस का कहना है कि 28 जुलाई को अलीगढ़ का एक परिवार गाजियाबाद आया था, जिन्होंने गलत सूचना पुलिस को दी थी. परिवार ने बताया था कि सूटकेस में मिला शव उनकी बेटी वरीशा का है, लेकिन बुलंदशहर पुलिस से जानकारी मिली है कि वरीशा जिंदा है. वरीशा ने खुद इस बात की जानकारी पुलिस को दी है. गाजियाबाद पुलिस अब इस तथ्य पर भी जांच कर रही है कि वरीशा के परिवार ने क्यों गलत जानकारी पुलिस को देते हुए, सूटकेस में मिले शव का अंतिम संस्कार किया था. साथ ही पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती ये है कि सूटकेस में मिले शव की पहचान हो पाए.
परिवार पर हो सकता मुकदमा
वरीशा के जिंदा होते हुए भी सूटकेस वाले शव को वरीशा के परिवार ने अपनी बेटी का बताया था, जबकि वरीशा जिंदा लौट आई है. माना जा रहा है कि वरीशा के परिवार पर गलत जानकारी देने का मुकदमा दर्ज किया जा सकता है. उनसे पूछताछ भी हो सकती है कि उन्होंने सूटकेस वाले शव को अपनी बेटी की शव क्यों बताया.
देखना ये होगा कि कब तक सूटकेस में मिले शव की पुलिस पहचान कर पाती है. क्योंकि मामले में हुई चूक की वजह से अब तक शव का सुराग नहीं मिल पाया है. सबसे पहले उस महिला की पहचान जरूरी है, और उसके बाद हत्यारों तक पहुंचना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है.