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सिद्धार्थनगर: स्कूली छात्रों से भरी टैम्पो पलटी, बच्चे हुए घायल

उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर में स्कूली छात्रों से भरी टैम्पो गाड़ी अनियंत्रित होकर पलट गई. कई छात्र घायल हो गए, सभी घायल छात्रों के इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया.

स्कूली छात्रों से भरी टेम्पू पलटी
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Published : Aug 17, 2019, 11:02 AM IST

सिद्धार्थनगर: जिले में स्कूली छात्रों से भरी टैम्पो गाड़ी अनियंत्रित होकर पलट गई. इस हादसे में छह से अधिक छात्र घायल हो गए. बच्चों के साथ हो रहें लगातार हादसों के बाद भी स्कूल प्रशासन उनकी सुरक्षा को लेकर ढीले ही दिखाई पड़ते रहे हैं. चंद रुपयों के लिए टैम्पो चालक भी बच्चों को अधिक बैठा लेते हैं, इसका नतीजा बच्चों पर पड़ता है. बच्चों के मां बाप भी इस लापरवाही को बरदाश कर लेते हैं. वहीं दूसरी ओर प्रशासन भी हादसा होने के बाद कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ती करते हैं.

स्कूली छात्रों से भरी टेम्पू पलटी.

क्या है पूरा मामला-

  • जिले में छात्रों से भरे वाहन पलटने की कोई पहली घटना नहीं है.
  • इससे पहले भी इस तरह की कई घटनाएं सामने आ चुकी है.
  • घायल छात्रों का आरोप है कि टैम्पो में 22 से 25 छात्रों को भरकर लाया जाता है.
  • ड्राइवर तेज आवाज में गाना चलाकर गाड़ी चलाता है जिसकी वजह से यह घटना घटित हुई है.
  • छात्रों के इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बांसी ले जाया गया है.
  • तीन छात्रों की गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया है.
  • सूचना मिलने पर सीओ नईम खान मंसूरी ने अस्पताल पहुंचकर घायल छात्रों का हाल जाना.

सिद्धार्थनगर: जिले में स्कूली छात्रों से भरी टैम्पो गाड़ी अनियंत्रित होकर पलट गई. इस हादसे में छह से अधिक छात्र घायल हो गए. बच्चों के साथ हो रहें लगातार हादसों के बाद भी स्कूल प्रशासन उनकी सुरक्षा को लेकर ढीले ही दिखाई पड़ते रहे हैं. चंद रुपयों के लिए टैम्पो चालक भी बच्चों को अधिक बैठा लेते हैं, इसका नतीजा बच्चों पर पड़ता है. बच्चों के मां बाप भी इस लापरवाही को बरदाश कर लेते हैं. वहीं दूसरी ओर प्रशासन भी हादसा होने के बाद कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ती करते हैं.

स्कूली छात्रों से भरी टेम्पू पलटी.

क्या है पूरा मामला-

  • जिले में छात्रों से भरे वाहन पलटने की कोई पहली घटना नहीं है.
  • इससे पहले भी इस तरह की कई घटनाएं सामने आ चुकी है.
  • घायल छात्रों का आरोप है कि टैम्पो में 22 से 25 छात्रों को भरकर लाया जाता है.
  • ड्राइवर तेज आवाज में गाना चलाकर गाड़ी चलाता है जिसकी वजह से यह घटना घटित हुई है.
  • छात्रों के इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बांसी ले जाया गया है.
  • तीन छात्रों की गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया है.
  • सूचना मिलने पर सीओ नईम खान मंसूरी ने अस्पताल पहुंचकर घायल छात्रों का हाल जाना.
Intro:बच्चों के साथ हों रहें लगातार हादसों के बाद भी स्कूल प्रशासन के लोग उनकी सुरक्षा को लेकर ढीले ही दिखाई पड़ते है, यह पहली बार नहीं है जब स्कूल की टेम्पू पलट गई हों और बच्चे घायल हों गए हों, चंद रुपयों के खातिर टेम्पू चालक भी अपनी टेम्पू में बच्चों को ठूस ठूस कर भर लेते है जिसका नतीजा ये होता है की उनकी जिंदगी खतरे में रहती है, लेकिन बच्चों के माँ बाप भी ना जाने कैसे इस लापरवाही को बर्दाश्त कर लेते है और आवाज़ नहीं उठाते है, बड़ा हादसा होने के बाद शासन प्रशासन भी जागता है, उसके पहले कार्रवाई के नाम और खानापूर्ति की जाती है, सिद्धार्थनगर जिले मे आज सुबह स्कूली छात्रो से भरी टैम्पो गाड़ी अनियत्रित होकर पलट गयी जिससे आधा दर्जन से अधिक छात्र घायल हो गए. Body:घायल छात्रों को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बांसी ले जाया गया घायल छात्रों में 3छात्रों की गंभीर हालत को देखते हुये डॉक्टरों ने जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया,बाकि घायल छात्रो का इलाज बाँसी में चल रहा है.
बताते चले जिले में ये छात्रों से भरे वाहन पलटने की कोई पहली घटना नही है, इससे पहले भी इस तरह की घटनाये हुई है.
घायल छात्रों का आरोप है कि जिस टैम्पो से वो स्कूल आते है उसमे 22 से 25 छात्रों को भरकर लाया जाता है.
ड्राइवर भी तेज आवाज में गाना चलाकर गाड़ी चलाता है मना करने पर भी नही मानता, घटना की सूचना पर मौके पर बाँसी के सीओ नईम खान मंसूरी के कोतवाली पुलिस ने पहुँच कर घायल छात्रों का हाल जाना.
ऐसे में छात्रों से भरी टैम्पो पलटने के बाद जो बाते निकलकर सामने आयीं है उससे जिले में तैनात ए आर टी ओ आशुतोष शुक्ला और शिक्षा विभाग की लापरवाही से इंकार नही किया जा सकता, ऐसी घटनाओ पर आखिर कार्यवाही का न होना ये भी इशारा करता है कि आखिर क्या ये जिम्मेदार अधिकारी अपनी जेबे भरने के लिये नौनिहाल बच्चो की भी जिन्दगी से खेलने का काम ऐसे ही करते रहेगे या ऐसी घटनाओ के बाद जिम्मेदार एआरटीओ और शिक्षा विभाग के अधिकारियो के खिलाफ भी कार्यवाही होगी.
आखिर बिना रोकटोक किसके शह पर टैम्पो जैसे वाहन में 22से25 छात्रो को स्कूली वाहन दिन के उजाले में सड़को पर धड़ल्ले से ले जाने का काम किया जाता है.

bite-1-घायल स्कूली छात्रा।

bite-2-नईम खान मंसूरी---------------सी0ओ0बाँसी सिद्धार्थनगर।

bite-3-डॉ0अशवनी चौधरी------------------प्रा0चिकित्साधिकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बाँसी सिद्धार्थनगर।Conclusion:
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