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संसद प्रदर्शन : ट्रैक्टर नहीं DTC बसों से संसद जाएंगे किसान, टिकट भी लेंगे- टिकैत - गाजियाबाद

संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन को लेकर खबरें आ रही थी कि किसान ट्रैक्टर लेकर संसद विरोध प्रदर्शन करने जाएंगे, लेकिन राकेश टिकैत ने इस तरह की खबरों का खंडन किया है. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि अगर 500 लोग संसद में बैठकर देश का नेतृत्व कर सकते हैं तो 200 किसान संसद के बाहर बैठकर देशभर के किसानों का नेतृत्व करेंगे.

संसद प्रदर्शन
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Published : Jul 14, 2021, 10:50 PM IST

गाजियाबाद : संसद का आगामी मानसून सत्र 19 जुलाई से शुरू हो रहा है. संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने घोषणा की है कि 19 जुलाई 2021 से शुरू होने वाले आगामी संसद सत्र के दौरान किसान संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे. 22 जुलाई से हर दिन एसकेएम से जुड़े प्रत्येक संगठन के पांच लोग संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे.

राकेश टिकैत के मुताबिक संसद सत्र के दौरान हर दिन 200 किसान संसद जाएंगे.

किसान नेता राकेश टिकैत के मुताबिक संसद सत्र के दौरान हर दिन 200 किसान संसद जाएंगे. टिकैत ने संसद के बाहर होने वाले किसानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर मंगलवार को पोस्टर भी जारी कर दिया है. टिकैत ने पोस्टर जारी करते हुए कहा था "संसद अगर अहंकारी और अड़ियल हो तो देश में जनक्रांति निश्चित होती है."

संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन को लेकर खबरें आ रही थी कि किसान ट्रैक्टर लेकर संसद विरोध प्रदर्शन करने जाएंगे, लेकिन राकेश टिकैत ने इस तरह की खबरों का खंडन किया है. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि अगर 500 लोग संसद में बैठकर देश का नेतृत्व कर सकते हैं तो 200 किसान संसद के बाहर बैठकर देशभर के किसानों का नेतृत्व करेंगे.

टिकैत ने कहा कि किसान डीटीसी की बसों से संसद जाएंगे. किसान टिकट लेकर बसों में बैठेगा और किराया देगा. टिकैत ने कहा कि अगर सरकार के भरोसे रहे तो यह किसानों को फिर से लाल किला न ले जाकर छोड़ दें. डीटीसी की बसें दिल्ली का रास्ता बखूबी जानती हैं और सीधे संसद लेकर जाएगी. राकेश टिकैत ने कहा कि डीजल पेट्रोल काफी महंगा हो रहा है. ऐसे में डीटीसी बसों का सफर काफी सस्ता पड़ेगा.

गौरतलब है कि केंद्र के तीन कृषि कानूनों को लेकर किसान पिछले 7 महीने से आंदोलन कर रहे हैं. किसानों का मानना है कि नए कृषि कानून लागू होने के बाद खेती-बाड़ी के सारे काम कॉर्पोरेट के अधीन हो जाएंगे. जबकि केंद्र सरकार ने किसानों को भरोसा दिया है ऐसा कुछ नहीं होगा.

गाजियाबाद : संसद का आगामी मानसून सत्र 19 जुलाई से शुरू हो रहा है. संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने घोषणा की है कि 19 जुलाई 2021 से शुरू होने वाले आगामी संसद सत्र के दौरान किसान संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे. 22 जुलाई से हर दिन एसकेएम से जुड़े प्रत्येक संगठन के पांच लोग संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे.

राकेश टिकैत के मुताबिक संसद सत्र के दौरान हर दिन 200 किसान संसद जाएंगे.

किसान नेता राकेश टिकैत के मुताबिक संसद सत्र के दौरान हर दिन 200 किसान संसद जाएंगे. टिकैत ने संसद के बाहर होने वाले किसानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर मंगलवार को पोस्टर भी जारी कर दिया है. टिकैत ने पोस्टर जारी करते हुए कहा था "संसद अगर अहंकारी और अड़ियल हो तो देश में जनक्रांति निश्चित होती है."

संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन को लेकर खबरें आ रही थी कि किसान ट्रैक्टर लेकर संसद विरोध प्रदर्शन करने जाएंगे, लेकिन राकेश टिकैत ने इस तरह की खबरों का खंडन किया है. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि अगर 500 लोग संसद में बैठकर देश का नेतृत्व कर सकते हैं तो 200 किसान संसद के बाहर बैठकर देशभर के किसानों का नेतृत्व करेंगे.

टिकैत ने कहा कि किसान डीटीसी की बसों से संसद जाएंगे. किसान टिकट लेकर बसों में बैठेगा और किराया देगा. टिकैत ने कहा कि अगर सरकार के भरोसे रहे तो यह किसानों को फिर से लाल किला न ले जाकर छोड़ दें. डीटीसी की बसें दिल्ली का रास्ता बखूबी जानती हैं और सीधे संसद लेकर जाएगी. राकेश टिकैत ने कहा कि डीजल पेट्रोल काफी महंगा हो रहा है. ऐसे में डीटीसी बसों का सफर काफी सस्ता पड़ेगा.

गौरतलब है कि केंद्र के तीन कृषि कानूनों को लेकर किसान पिछले 7 महीने से आंदोलन कर रहे हैं. किसानों का मानना है कि नए कृषि कानून लागू होने के बाद खेती-बाड़ी के सारे काम कॉर्पोरेट के अधीन हो जाएंगे. जबकि केंद्र सरकार ने किसानों को भरोसा दिया है ऐसा कुछ नहीं होगा.

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