गाजियाबाद: जिले के सभी इलाकों में प्रदूषण का स्तर 'डार्क रेड' श्रेणी में बरकरार है. इस बढ़ते प्रदूषण के कारण बच्चों और बुजुर्गों में स्वास्थ्य से जुड़ी बीमारियां बढ़ती जा रही हैं.
नहीं कम हो रहा प्रदूषण का स्तर
दिल्ली एनसीआर सहित गाजियाबाद में लगातार बढ़ते प्रदूषण से आम आदमी को जल्द राहत मिलती नजर नहीं आ रही है. पहले के मुकाबले रविवार को जिले में प्रदूषण काफी बढ़ा हुआ देखने को मिला.
गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर 409 AQI पर पहुंचा
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक रविवार को गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर 409 एक्यूआई दर्ज किया गया है. गाजियाबाद के वसुंधरा इलाके में 427 एक्यूआई दर्ज किया गया जो जनपद में सबसे अधिक माना गया है. वहीं इंदिरापुरम में 411, संजय नगर में 389 और लोनी में 408 एक्यूआई दर्ज किया गया है.
बच्चों और बुजुर्गों पर प्रदूषण का बढ़ा प्रभाव
हवा में घुल रहे जहर का सीधा प्रभाव बच्चों और बुजुर्गों पर पड़ रहा है. सुबह सवेरे प्रदूषण अधिक होता है, ऐसे में स्कूल जा रहे बच्चे प्रदूषण का शिकार हो रहे हैं. बुजुर्गों को भी बढ़ते प्रदूषण के कारण स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. दिल्ली एनसीआर में सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर नोएडा को माना गया है, जहां पर एक्यूआई 411 दर्ज किया गया है. वहीं ग्रेटर नोएडा में 392, गुरुग्राम में 363 और दिल्ली में 390 एक्यूआई दर्ज किया गया है.