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बुढ़ाना हत्या मामले में दो आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

यूपी के बुढ़ाना में हत्या को अंजाम देने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक दोनों आरोपी सुनील राठी गैंग के हैं. इन बदमाशों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित था.

सुनील राठी गैंग के दो आरोपी गिरफ्तार.
सुनील राठी गैंग के दो आरोपी गिरफ्तार.
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Published : Aug 8, 2020, 4:31 AM IST

नई दिल्ली: यूपी के बुढ़ाना में हत्या को अंजाम देकर फरार हुए दो बदमाशों को क्राइम ब्रांच ने लोनी से गिरफ्तार किया है. दोनों सुनील राठी गैंग के सदस्य हैं. दोस्त की हत्या का बदला लेने के लिए उन्होंने इस हत्याकांड को अंजाम दिया. इनकी गिरफ्तारी पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित था. इनकी गिरफ्तारी की जानकारी यूपी पुलिस को दे दी गई है.

सुनील राठी गैंग के दो आरोपी गिरफ्तार.

डीसीपी राजेश देव के अनुसार, 6 अगस्त को क्राइम ब्रांच को सूचना मिली कि सुनील राठी गैंग के शार्प शूटर अनुभव उर्फ नंदू और अंशुल उर्फ भूरा लोनी गोल चक्कर के पास किसी से मिलने आएंगे. मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना में हुई हत्या में वह शामिल हैं. इस जानकारी पर एसीपी संदीप लांबा की देख-रेख में इंस्पेक्टर विवेकानंद झा और एसआई लोकेंद्र सिंह की टीम ने जाल बिछाया. मुखबिर की निशानदेही पर पुलिस टीम ने अनुभव और अंशुल को पकड़ लिया. पूछताछ में उन्होंने बुढाना में की गई हत्या का गुनाह कबूल कर लिया.

हत्या के मामले में चल रहे थे फरार
सुनील राठी गैंग का शूटर अनिल धनपत, सौरभ और लविश लखनऊ के एक फार्म हाउस में छुपे हुए थे. अनिल धनपत पर 75 हजार रुपये का इनाम घोषित था. पुलिस उन्हें तलाश रही थी. बीते 19 मई 2020 को इनके बीच किसी बात पर झगड़ा हुआ, जिसमें अनिल और सौरव ने मिलकर लविश की हत्या कर दी. उसके शव को उन्होंने खेत में फेंक दिया था. लविश का चचेरा भाई प्रशांत इसका बदला लेने के लिए घूम रहा था. प्रशांत ने लविश के दोस्त अनुभव और अंशुल को हत्या के बारे में बताया. 22 मई 2020 को प्रशांत को पता चला कि अनिल और सौरभ बुढाना में एक ट्यूबवेल में छुपे हुए हैं. इस जानकारी पर वह वहां पहुंचे और ताबड़तोड़ गोलियां चलाई. इस घटना में सौरभ और प्रशांत की मौत हो गई थी.

जेल में पहुंचकर बना गैंगस्टर
गिरफ्तार किया गया अनुभव छात्रों के झगड़े में शामिल रहा था. इस मामले में वह जेल गया, जहां उसकी मुलाकात बलराज भाटी से हुई जो पश्चिमी उत्तर प्रदेश का गैंगस्टर है. इसके अलावा वह सुंदर भाटी गैंग का सदस्य था. उसके साथ अनुभव आपराधिक वारदातों में लिप्त हो गया. 2018 में बलराज भाटी को नोएडा पुलिस ने एनकाउंटर में मार दिया था. इसके बाद से गैंग का कोई सरगना नहीं था. इसलिए वह सुनील राठी के गैंग में शामिल हो गया. आरोपी अनुभव 7 आपराधिक मामलों में शामिल रहा है. इनमें तीन हत्या के मामले शामिल हैं. दूसरा आरोपी अंशुल 2 साल पहले लविश के संपर्क में आया जो सुनील राठी गैंग का सदस्य है. लविश के साथ मिलकर वह इस गैंग में शामिल हो गया और उनके साथ वारदात करने लगा.

नई दिल्ली: यूपी के बुढ़ाना में हत्या को अंजाम देकर फरार हुए दो बदमाशों को क्राइम ब्रांच ने लोनी से गिरफ्तार किया है. दोनों सुनील राठी गैंग के सदस्य हैं. दोस्त की हत्या का बदला लेने के लिए उन्होंने इस हत्याकांड को अंजाम दिया. इनकी गिरफ्तारी पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित था. इनकी गिरफ्तारी की जानकारी यूपी पुलिस को दे दी गई है.

सुनील राठी गैंग के दो आरोपी गिरफ्तार.

डीसीपी राजेश देव के अनुसार, 6 अगस्त को क्राइम ब्रांच को सूचना मिली कि सुनील राठी गैंग के शार्प शूटर अनुभव उर्फ नंदू और अंशुल उर्फ भूरा लोनी गोल चक्कर के पास किसी से मिलने आएंगे. मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना में हुई हत्या में वह शामिल हैं. इस जानकारी पर एसीपी संदीप लांबा की देख-रेख में इंस्पेक्टर विवेकानंद झा और एसआई लोकेंद्र सिंह की टीम ने जाल बिछाया. मुखबिर की निशानदेही पर पुलिस टीम ने अनुभव और अंशुल को पकड़ लिया. पूछताछ में उन्होंने बुढाना में की गई हत्या का गुनाह कबूल कर लिया.

हत्या के मामले में चल रहे थे फरार
सुनील राठी गैंग का शूटर अनिल धनपत, सौरभ और लविश लखनऊ के एक फार्म हाउस में छुपे हुए थे. अनिल धनपत पर 75 हजार रुपये का इनाम घोषित था. पुलिस उन्हें तलाश रही थी. बीते 19 मई 2020 को इनके बीच किसी बात पर झगड़ा हुआ, जिसमें अनिल और सौरव ने मिलकर लविश की हत्या कर दी. उसके शव को उन्होंने खेत में फेंक दिया था. लविश का चचेरा भाई प्रशांत इसका बदला लेने के लिए घूम रहा था. प्रशांत ने लविश के दोस्त अनुभव और अंशुल को हत्या के बारे में बताया. 22 मई 2020 को प्रशांत को पता चला कि अनिल और सौरभ बुढाना में एक ट्यूबवेल में छुपे हुए हैं. इस जानकारी पर वह वहां पहुंचे और ताबड़तोड़ गोलियां चलाई. इस घटना में सौरभ और प्रशांत की मौत हो गई थी.

जेल में पहुंचकर बना गैंगस्टर
गिरफ्तार किया गया अनुभव छात्रों के झगड़े में शामिल रहा था. इस मामले में वह जेल गया, जहां उसकी मुलाकात बलराज भाटी से हुई जो पश्चिमी उत्तर प्रदेश का गैंगस्टर है. इसके अलावा वह सुंदर भाटी गैंग का सदस्य था. उसके साथ अनुभव आपराधिक वारदातों में लिप्त हो गया. 2018 में बलराज भाटी को नोएडा पुलिस ने एनकाउंटर में मार दिया था. इसके बाद से गैंग का कोई सरगना नहीं था. इसलिए वह सुनील राठी के गैंग में शामिल हो गया. आरोपी अनुभव 7 आपराधिक मामलों में शामिल रहा है. इनमें तीन हत्या के मामले शामिल हैं. दूसरा आरोपी अंशुल 2 साल पहले लविश के संपर्क में आया जो सुनील राठी गैंग का सदस्य है. लविश के साथ मिलकर वह इस गैंग में शामिल हो गया और उनके साथ वारदात करने लगा.

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