गाजियाबाद : मुरादनगर श्मशान घाट हादसे को 2 सप्ताह से भी अधिक समय बीत चुका है, लेकिन इस हादसे में दर्जनभर घायलों को अभी तक सरकार की ओर से किसी भी तरीके से आर्थिक सहायता नहीं मिली है. ऐसे में घर के कमाऊ व्यक्ति के बिस्तर पर लेट जाने से परिवारों पर आर्थिक संकट आ गया है. जिन मृतक जयराम के अंतिम संस्कार में यह हादसा हुआ था, उनके बेटे और इस मामले के वादी दीपक की गर्दन और कमर की हड्डी में गंभीर चोट आ जाने की वजह से वह बिस्तर पर आ गए हैं. जिसके बाद वह सरकार से आर्थिक सहायता की गुहार लगा रहे हैं.
ईटीवी भारत को घायल और इस मामले के वादी दीपक ने बताया कि उनको अभी तक सरकार द्वारा कोई भी सहायता नहीं मिली है. तो वहीं दूसरी ओर उनकी प्राइवेट जॉब भी है, जिस पर उनको गए हुए एक महीना हो चुका है. ऐसे में उनको नौकरी छूट जाने का भी डर सता रहा है. इसीलिए वह सरकार से अपने साथ ही सभी घायलों की मदद की गुहार लगा रहे हैं.
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नौकरी जाने का सता रहा है डर
ईटीवी भारत को घायल दीपक की पत्नी प्रीति ने बताया कि वह कर्जा लेकर अपना घर चला रहे हैं, लेकिन वहीं दूसरी ओर पति के बेड रेस्ट पर होने की वजह से उनकी नौकरी भी छूटने का डर सता रहा है. इसके साथ ही प्रशासन के अधिकारी भी उनके मेडिकल के कागजों में कमियां बता कर उनकी मदद करने से इनकार कर रहे हैं.