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मुजफ्फरनगर दंगा : विधायक संगीत सोम ने अखिलेश यादव और आजम खां पर साधा निशाना

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Published : Dec 24, 2020, 9:17 PM IST

मुजफ्फरनगर दंगों में यूपी सरकार द्वारा मुकदमा वापस लेने के फैसले पर विधायक संगीत सोम ने अखिलेश यादव और आजम खां पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि दोनों ही दंगा कराने के असली दोषी थे. इन पर कार्रवाई होनी चाहिए थी.

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विधायक संगीत सोम.

गाजियाबादः यूपी के मुजफ्फरनगर दंगों से जुड़े मामले में भाजपा विधायकों पर दर्ज मुकदमा वापस लेने के लिए कोर्ट ने सरकार में अर्जी दी है. वहीं इस पूरे मामले पर भाजपा विधायक संगीत सोम का कहना है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमे दर्ज कराए गए, जबकि असली दंगों के दोषी आजम खां और अखिलेश यादव थे. उन पर कार्रवाई होनी चाहिए थी.

विधायक का बयान.

'हम निर्दोष थे, तभी कोर्ट ने एनएसए हटाई'

बीजेपी विधायक संगीत सोम का कहना है कि वो तो खुद सचिन, गौरव की हत्या के मामले में न्याय मांग रहे थे. हम सड़कों पर थे और सरकार से न्याय मांग रहे थे. उसके बावजूद हम पर मुकदमा दर्ज किया गया था और एनएसए लगाई गई थी, जिसे कोर्ट ने हटा दिया था. अगर हम निर्दोष थे, तभी तो कोर्ट ने एनएसए हटाई.

'सही निर्णय ले रही है सरकार'
संगीत सोम ने कहा कि अगर किसी पर गलत मुकदमे दर्ज हो तो यह सरकार की जिम्मेदारी है कि मुकदमे हटाए जाए. सरकार सही निर्णय ले रही है. दंगों में हुई हत्याओं और मौतों के जिम्मेदार अखिलेश यादव और आजम खां हैं. उन्हें जेल होनी चाहिए, उन पर जांच होगी और होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सपा सरकार ने जो निर्दोष थे, उन्हें जेल भेज दिया, जबकि अखलाक के परिजनों को हेलिकॉप्टर से बुलाया गया. मुजफ्फरनगर दंगों के आरोपी मौलाना को हेलीकॉप्टर से बुलाया गया.

यह था मामला

बता दें कि 7 सितंबर 2013 में नंगला मंदौड़ की महापंचायत के बाद संगीत सोम और अन्य कई लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई थी. तीनों नेताओं पर भड़काऊ भाषण, धारा 144 का उल्लंघन, आगजनी, तोड़फोड़ की धाराओं में एफआईआर दर्ज हुई थी. मुजफ्फरनगर में सचिन और गौरव नामक युवकों की हत्या के बाद यह महापंचायत बुलाई गई थी, जिसके बाद मुजफ्फरनगर दंगों में करीब 65 लोगों की मौत हुई थी और 40 हजार से ज्यादा लोग विस्थापित हुए थे.

गाजियाबादः यूपी के मुजफ्फरनगर दंगों से जुड़े मामले में भाजपा विधायकों पर दर्ज मुकदमा वापस लेने के लिए कोर्ट ने सरकार में अर्जी दी है. वहीं इस पूरे मामले पर भाजपा विधायक संगीत सोम का कहना है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमे दर्ज कराए गए, जबकि असली दंगों के दोषी आजम खां और अखिलेश यादव थे. उन पर कार्रवाई होनी चाहिए थी.

विधायक का बयान.

'हम निर्दोष थे, तभी कोर्ट ने एनएसए हटाई'

बीजेपी विधायक संगीत सोम का कहना है कि वो तो खुद सचिन, गौरव की हत्या के मामले में न्याय मांग रहे थे. हम सड़कों पर थे और सरकार से न्याय मांग रहे थे. उसके बावजूद हम पर मुकदमा दर्ज किया गया था और एनएसए लगाई गई थी, जिसे कोर्ट ने हटा दिया था. अगर हम निर्दोष थे, तभी तो कोर्ट ने एनएसए हटाई.

'सही निर्णय ले रही है सरकार'
संगीत सोम ने कहा कि अगर किसी पर गलत मुकदमे दर्ज हो तो यह सरकार की जिम्मेदारी है कि मुकदमे हटाए जाए. सरकार सही निर्णय ले रही है. दंगों में हुई हत्याओं और मौतों के जिम्मेदार अखिलेश यादव और आजम खां हैं. उन्हें जेल होनी चाहिए, उन पर जांच होगी और होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सपा सरकार ने जो निर्दोष थे, उन्हें जेल भेज दिया, जबकि अखलाक के परिजनों को हेलिकॉप्टर से बुलाया गया. मुजफ्फरनगर दंगों के आरोपी मौलाना को हेलीकॉप्टर से बुलाया गया.

यह था मामला

बता दें कि 7 सितंबर 2013 में नंगला मंदौड़ की महापंचायत के बाद संगीत सोम और अन्य कई लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई थी. तीनों नेताओं पर भड़काऊ भाषण, धारा 144 का उल्लंघन, आगजनी, तोड़फोड़ की धाराओं में एफआईआर दर्ज हुई थी. मुजफ्फरनगर में सचिन और गौरव नामक युवकों की हत्या के बाद यह महापंचायत बुलाई गई थी, जिसके बाद मुजफ्फरनगर दंगों में करीब 65 लोगों की मौत हुई थी और 40 हजार से ज्यादा लोग विस्थापित हुए थे.

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