गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग और उनकी पत्नी ने कोरोना को मात दे दी है. बीते हफ्ते कोरोना के चलते अतुल गर्ग और उनकी पत्नी गाजियाबाद के यशोदा अस्पताल में एडमिट हुए थे. मंत्री अतुल गर्ग और उनकी पत्नी को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है. दोनों पूरी तरह से स्वस्थ हैं.
डॉक्टर का कहना है कि मंत्री अतुल गर्ग जब एडमिट हुए थे, तो उनकी छाती में निमोनिया था. अच्छी बात ये रही, कि वो टाइम पर एडमिट हो गए. वक्त पर दवाइयां मिलने से उनका अच्छा इलाज संभव हो पाया. अस्पताल से डिस्चार्ज होते वक्त अतुल गर्ग ने अस्पताल के स्टाफ का धन्यवाद किया और काफी खुश नजर आए.
डॉक्टर का कहना है कि जिस समय अतुल गर्ग अस्पताल में एडमिट हुए, उस समय उनके दोनों लंग्स ग्रसित थे. उनको कोरोना की हाई एड दवाइयां दी गई. जिसके बाद स्थिति पर काबू पाया गया. कोरोना से संबंधित दवाइयां उन्हें जैसे-जैसे मिलती गई, वैसे-वैसे वह इंप्रूव करते गए. अस्पताल से छुट्टी के वक्त उनकी कंडीशन काफी अच्छी थी. डॉक्टर का कहना है कि जैसे-जैसे वक्त बीतेगा, उनकी कमजोरी भी खत्म होगी.
'कोविड-19 मरीजों से की थी बात'
अतुल गर्ग जब अस्पताल में एडमिट थे, तो उस समय उन्होंने वीडियो के जरिए बताया था कि अस्पताल में एडमिट अन्य कोविड-19 मरीजों से भी उन्होंने उनका हालचाल जाना था. अतुल गर्ग जितने भी दिन अस्पताल में एडमिट रहे, काफी सकारात्मक रहे. उनके चेहरे पर हमेशा मुस्कान रही. अस्पताल के स्टाफ ने बताया कि वीडियो कॉलिंग की जगह मरीजों से वन टू वन बात करके अस्पताल में इलाज दिया जाता है. अतुल गर्ग से भी लगातार अस्पताल के स्टाफ बात करते थे और अतुल गर्ग भी मानसिक रूप से काफी स्ट्रांग रहे, जिससे उन्होंने जल्दी रिकवरी की है.