गाजियाबाद: NCR में इस वक्त सबसे प्रदूषित शहर गाजियाबाद बन चुका है. गाजियाबाद में प्रदूषण का स्तर डार्क रेड जोन में पहुंच गया है. प्रदूषण बढ़ने से बच्चों और बुजुर्गों को स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
डार्क रेड जोन में गाजियाबाद
दिल्ली-NCR समेत गाजियाबाद में लगातार बढ़ते प्रदूषण से आम आदमी को जल्द राहत मिलती नजर नहीं आ रही है. बीते दो दिनों से गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर डार्क रेड जोन में चल रहा है. मंगलवार के मुकाबले बुधवार को गाजियाबाद के प्रदूषण में काफी बढ़ोतरी देखने को मिली है.
बुधवार को गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर 472 AQI दर्ज किया गया. जिले में सबसे ज्यादा प्रदूषण गाजियाबाद के वसुंधरा इलाके में दर्ज किया गया है जो कि 478 AQI पर पहुंच गया है.
- वसुंधरा, गाजियाबाद: 478
- इंदिरापुरम, गाजियाबाद: 463
- संजय नगर, गाजियाबाद: 469
- लोनी, गाजियाबाद: 475
बुजुर्गों की बिगड़ रही तबीयत
हवा में मौजूद प्रदूषण का सीधा असर बच्चों और बुजुर्गों पर पड़ रहा है. सुबह-सवेरे प्रदूषण ज्यादा होता है. ऐसे में स्कूल जा रहे बच्चे प्रदूषण का शिकार होते हैं. बुजुर्गों को भी बढ़ते प्रदूषण की वजह से स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
'स्कूल में ले जानी पड़ रहीं दवाइयां'
ईटीवी भारत ने स्कूल जा रहे कुछ बच्चों से बात की. बच्चों ने बताया कि प्रदूषण की वजह से उन्हें सांस लेने में काफी दिक्कत और आंखों में जलन महसूस हो रही है. वहीं एक छात्रा ने बताया कि प्रदूषण के कारण उसे स्कूल में दवाइयां साथ लेकर जानी पड़ रही हैं.
सबसे प्रदूषित शहर गाजियाबाद:-
- दिल्ली: 456
- नोएडा: 469
- ग्रेटर नोएडा: 462
- गुरुग्राम: 448
- गाजियाबाद: 472