गाजियाबाद: हवा की गुणवत्ता के मामले में लगातार गाजियाबाद खराब श्रेणी में बना हुआ है. सुबह के समय गाजियाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 के करीब दर्ज किया गया, जिससे सांस लेने में लोगों को तकलीफ हो रही है. लोग मांग कर रहे हैं कि सरकार को और ज्यादा ठोस और जरूरी कदम उठाने चाहिए.
गाजियाबाद की हवा दिल्ली और देश के कई बड़े शहरों से ज्यादा खराब है, लेकिन गाजियाबाद में सबसे खराब हवा की गुणवत्ता वसुंधरा में है. वसुंधरा का एयर क्वालिटी इंडेक्स सुबह के समय 390 दर्ज किया गया. ऐसे में लोग मॉर्निंग वॉक पर भी नहीं जा रहे हैं. वसुंधरा और इंदिरापुरम जैसे पॉश इलाकों में लोगों का दम घुट रहा है. लोगों का कहना है कि प्रशासनिक स्तर पर ठोस जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए. गाजियाबाद के रहने वाले संजीव कौशिक ने कहा कि इसमें सरकार के साथ-साथ हमारी खुद की जिम्मेदारी भी है, लेकिन बहुत लोग अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रहे हैं, जिससे प्रदूषण बढ़ रहा है. फील्ड जॉब करने वाले राजीव मित्तल का कहना है, कि आंखों में जलन और गले में खराश लगातार महसूस हो रही है, जिससे काम नहीं कर पा रहे हैं. निवासी सोनिया का कहना है कि खांसी जुकाम की तकलीफ लगातार बढ़ती जा रही है.
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दिवाली से पहले से गाजियाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स काफी ज्यादा था, लेकिन दिवाली के बाद उसमें और भी ज्यादा इजाफा दर्ज किया गया है. तब से लेकर अब तक कभी भी एयर क्वालिटी इंडेक्स खतरनाक श्रेणी से नीचे नहीं आया है. अस्पतालों में सांस के मरीजों की संख्या में भी इजाफा देखा गया है. इसके साथ ही सुबह के वक्त विजिबिलिटी कम होने से सड़क यातायात के साथ-साथ रेल यातायात पर भी इसका नकारात्मक असर पड़ रहा है.
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