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अपराधियों को पकड़ने के लिए अत्याधुनिक तकनीक का सहारा ले रही गाजियाबाद पुलिस

गाजियाबाद पुलिस अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करके अपराध पर लगाम लगा रही है. जिले के सभी अपराधियों के रिकॉर्ड का डाटा तैयार किया जा रहा है.

प्रतीकात्मक फोटो.
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Published : Aug 17, 2019, 10:34 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में इन दिनों पुलिस अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग कर अपराध पर लगाम लगा रही है. नए एसएसपी के पदभार ग्रहण करने के बाद से ही जिले के सभी थानों को स्मार्ट बनाया जा रहा है और इसी कड़ी में जिले के सभी अपराधियों के रिकॉर्ड का डाटा बैंक बनाया जा रहा है, ताकि एक क्लिक पर अपराधियों की पूरी कुंडली मिल सके.

जानकारी देते संवाददाता.

तकनीक की मदद से आरोपियों को किया था गिरफ्तार
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले गाज़ियाबाद पुलिस ने अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग करते हुए मेरठ जोन के सबसे बड़े डकैती का खुलासा करते हुए लूटे गए करीब सवा करोड़ रुपये की संपत्ति और नकदी बरामद की थी.

ये भी पढ़ें: गाजियाबाद: हिंडन एयरबेस पर हाई अलर्ट, शनिवार को बंद रहेंगे परिसर के अंदर के स्कूल

कविनगर थाना क्षेत्र में हुई इस डकैती को घर के नौकर ने ही अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर अंजाम दिया था. पुलिस के समक्ष इस डकैती के मामले को सुलझाना एक बड़ी चुनौती बना हुआ था, लेकिन पुलिस की सर्विलेंस टीम ने आखिर तकनीकी का प्रयोग करते हुए इस पूरे मामले को महज 3 दिनों के अंदर समझाते हुए इस घटना में शामिल चार अपराधियों को गिरफ्तार किया था. 3 दिनों के अंदर इस मामले का खुलासा करने पर मेरठ जोन के एडीजी प्रशांत कुमार ने भी गाजियाबाद पुलिस की तारीफ की थी.

ये भी पढ़ें: हिंदुस्तान के इस गांव में नहीं मनाया जाता रक्षाबंधन, वजह है मोहम्मद गोरी

सभी अपराधियों का बनाया जा रहा डाटा बैंक
अपराध पर लगाम लगाने के लिए गाजियाबाद जिले के सभी 18 थानों में तकनीक का प्रयोग करते हुए अपराधियों का डाटा बैंक भी बनाया जा रहा है. ताकि जरूरत के समय एक क्लिक पर सभी अपराधियों का रिकॉर्ड उपलब्ध हो सके. इसके लिए सभी थानों में अत्याधुनिक उपकरण भी लगाए जा रहे हैं.

नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में इन दिनों पुलिस अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग कर अपराध पर लगाम लगा रही है. नए एसएसपी के पदभार ग्रहण करने के बाद से ही जिले के सभी थानों को स्मार्ट बनाया जा रहा है और इसी कड़ी में जिले के सभी अपराधियों के रिकॉर्ड का डाटा बैंक बनाया जा रहा है, ताकि एक क्लिक पर अपराधियों की पूरी कुंडली मिल सके.

जानकारी देते संवाददाता.

तकनीक की मदद से आरोपियों को किया था गिरफ्तार
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले गाज़ियाबाद पुलिस ने अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग करते हुए मेरठ जोन के सबसे बड़े डकैती का खुलासा करते हुए लूटे गए करीब सवा करोड़ रुपये की संपत्ति और नकदी बरामद की थी.

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कविनगर थाना क्षेत्र में हुई इस डकैती को घर के नौकर ने ही अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर अंजाम दिया था. पुलिस के समक्ष इस डकैती के मामले को सुलझाना एक बड़ी चुनौती बना हुआ था, लेकिन पुलिस की सर्विलेंस टीम ने आखिर तकनीकी का प्रयोग करते हुए इस पूरे मामले को महज 3 दिनों के अंदर समझाते हुए इस घटना में शामिल चार अपराधियों को गिरफ्तार किया था. 3 दिनों के अंदर इस मामले का खुलासा करने पर मेरठ जोन के एडीजी प्रशांत कुमार ने भी गाजियाबाद पुलिस की तारीफ की थी.

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सभी अपराधियों का बनाया जा रहा डाटा बैंक
अपराध पर लगाम लगाने के लिए गाजियाबाद जिले के सभी 18 थानों में तकनीक का प्रयोग करते हुए अपराधियों का डाटा बैंक भी बनाया जा रहा है. ताकि जरूरत के समय एक क्लिक पर सभी अपराधियों का रिकॉर्ड उपलब्ध हो सके. इसके लिए सभी थानों में अत्याधुनिक उपकरण भी लगाए जा रहे हैं.

Intro:गाजियाबाद: दिल्ली से सटे गाजियाबाद में इन दिनों पुलिस अत्याधुनिक तकनीकी का उपयोग कर अपराध पर लगाम लगा रही है. नए एसएसपी के पदभार ग्रहण करने के बाद से ही जिले के सभी थानों को स्मार्ट बनाया जा रहा है और इसी कड़ी में जिले के सभी अपराधियों के रिकॉर्ड का डाटा बैंक बनाया जा रहा है ताकि एक क्लिक पर अपराधियों की पूरी कुंडली मिल सके.


Body: गौरतलब है कि कुछ दिन पहले गाज़ियाबाद पुलिस ने अत्याधुनिक तकनीकी का प्रयोग करते हुए मेरठ जोन के सबसे बड़े डकैती का खुलासा करते हुए लूटे गए करीब सवा करोड़ रुपए की संपत्ति और नगदी बरामद की थी. कविनगर थाना क्षेत्र में में हुए इस डकैती को घर के नौकर ने ही अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर अंजाम दिया था. पुलिस के समक्ष इस डकैती के मामले को सुलझाना एक बड़ी चुनौती बना हुआ था. लेकिन पुलिस की सर्विलेंस टीम ने आखिर तकनीकी का प्रयोग करते हुए इस पूरे मामले को महज 3 दिनों के अंदर समझाते हुए इस घटना में शामिल चार अपराधियों को गिरफ्तार किया था. 3 दिनों के अंदर इस मामले का खुलासा करने पर मेरठ जोन के एडीजी प्रशांत कुमार ने भी गाजियाबाद पुलिस की तारीफ की थी.


Conclusion:सभी अपराधियों का बनाया जा रहा है डाटा बैंक :
अपराध पर लगाम लगाने के लिए गाजियाबाद जिले के सभी 18 थानों में तकनीकी का प्रयोग करते हुए अपराधियों का डाटा बैंक भी बनाया जा रहा है. ताकि जरूरत के समय एक क्लिक पर सभी अपराधियों का रिकॉर्ड उपलब्ध हो सके. इसके लिए सभी थानों में अत्याधुनिक उपकरण भी लगाए जा रहे हैं.
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