गाजियाबाद: पुलिस ने कांट्रेक्टर पवन शर्मा की हत्या की साजिश का खुलासा किया है. गाजियाबाद पुलिस का दावा है कि सट्टे के रुपयों के लेनदेन को लेकर कांट्रेक्टर के दोस्त ने साजिश रची और बड़ी बेरहमी से उसकी हत्या कर शव को नहर में फेंक दिया था. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
नहर में मिली थी लाश
गाजियाबाद के कविनगर थाना क्षेत्र के निवासी कांट्रेक्टर पवन शर्मा 4 जनवरी को रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गए थे. शिकायत पर पुलिस ने गुमशुदगी की एफआईआर तो दर्ज की, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की.
नतीजा यह हुआ कि 6 जनवरी को पवन शर्मा की लाश हापुड़ के सिंभावली थाना क्षेत्र की एक नहर में तैरती मिली. हापुड़ पुलिस ने लाश की शिनाख्त करने के बजाय आनन-फानन में लावारिस समझ कर अंतिम संस्कार कर दिया.
सट्टे की रकम नहीं लौटाने पर रची साजिश
एसपी सिटी डॉ मनीष मिश्र ने बताया कि मृतक पवन शर्मा और आरोपी गजेंद्र दोनों ही आपस में गहरे दोस्त थे और दोनों ही सट्टे में रकम लगाया करते थे. गजेंद्र ने बताया कि सट्टे में कमाई गई रकम 1 लाख 8 हजार रुपये पवन शर्मा उसे नहीं दे रहे थे. गजेंद्र की ओर से बार-बार पवन से इसका तगादा किया जा रहा था.
हत्या से पहले खिलाया नशीला पदार्थ
रुपये नहीं मिलने पर गजेंद्र ने प्लान बनाया और पवन को फोन कर हापुड़ के सिंभावली बुलाया. वहां एक बाबा के आश्रम में रुके और इसके बाद पवन को नशीला पदार्थ खिला गला दबाकर उसकी हत्या कर शव को नहर में फेंक दिया. यहीं नहीं, शव की पहचान न हो सके, इसलिए कपड़े उतारकर अलग जगह नहर में फेंक दिया.