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कांट्रेक्टर पवन शर्मा हत्याकांड: सट्टे की रकम के लिए दोस्त ने ही दबाया गला

गाजियाबाद पुलिस ने सरकारी कांट्रेक्टर हत्या मामले में सनसनीखेज खुलासा किया है. मामले में पुलिस ने कांट्रेक्टर के दोस्त को गिरफ्तार किया है. आरोपी गजेंद्र और मृतक के बीच सट्टे के रुपये वापस नहीं करने को लेकर विवाद हुआ था, जिसके कारण गजेंद्र ने हत्या की साजिश रची थी.

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एसपी सिटी डॉ मनीष मिश्र ने किया खुलासा.
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Published : Jan 16, 2020, 7:13 PM IST

गाजियाबाद: पुलिस ने कांट्रेक्टर पवन शर्मा की हत्या की साजिश का खुलासा किया है. गाजियाबाद पुलिस का दावा है कि सट्टे के रुपयों के लेनदेन को लेकर कांट्रेक्टर के दोस्त ने साजिश रची और बड़ी बेरहमी से उसकी हत्या कर शव को नहर में फेंक दिया था. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

एसपी सिटी डॉ. मनीष मिश्र ने किया खुलासा.

नहर में मिली थी लाश
गाजियाबाद के कविनगर थाना क्षेत्र के निवासी कांट्रेक्टर पवन शर्मा 4 जनवरी को रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गए थे. शिकायत पर पुलिस ने गुमशुदगी की एफआईआर तो दर्ज की, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की.

नतीजा यह हुआ कि 6 जनवरी को पवन शर्मा की लाश हापुड़ के सिंभावली थाना क्षेत्र की एक नहर में तैरती मिली. हापुड़ पुलिस ने लाश की शिनाख्त करने के बजाय आनन-फानन में लावारिस समझ कर अंतिम संस्कार कर दिया.

सट्टे की रकम नहीं लौटाने पर रची साजिश
एसपी सिटी डॉ मनीष मिश्र ने बताया कि मृतक पवन शर्मा और आरोपी गजेंद्र दोनों ही आपस में गहरे दोस्त थे और दोनों ही सट्टे में रकम लगाया करते थे. गजेंद्र ने बताया कि सट्टे में कमाई गई रकम 1 लाख 8 हजार रुपये पवन शर्मा उसे नहीं दे रहे थे. गजेंद्र की ओर से बार-बार पवन से इसका तगादा किया जा रहा था.

हत्या से पहले खिलाया नशीला पदार्थ
रुपये नहीं मिलने पर गजेंद्र ने प्लान बनाया और पवन को फोन कर हापुड़ के सिंभावली बुलाया. वहां एक बाबा के आश्रम में रुके और इसके बाद पवन को नशीला पदार्थ खिला गला दबाकर उसकी हत्या कर शव को नहर में फेंक दिया. यहीं नहीं, शव की पहचान न हो सके, इसलिए कपड़े उतारकर अलग जगह नहर में फेंक दिया.

गाजियाबाद: पुलिस ने कांट्रेक्टर पवन शर्मा की हत्या की साजिश का खुलासा किया है. गाजियाबाद पुलिस का दावा है कि सट्टे के रुपयों के लेनदेन को लेकर कांट्रेक्टर के दोस्त ने साजिश रची और बड़ी बेरहमी से उसकी हत्या कर शव को नहर में फेंक दिया था. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

एसपी सिटी डॉ. मनीष मिश्र ने किया खुलासा.

नहर में मिली थी लाश
गाजियाबाद के कविनगर थाना क्षेत्र के निवासी कांट्रेक्टर पवन शर्मा 4 जनवरी को रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गए थे. शिकायत पर पुलिस ने गुमशुदगी की एफआईआर तो दर्ज की, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की.

नतीजा यह हुआ कि 6 जनवरी को पवन शर्मा की लाश हापुड़ के सिंभावली थाना क्षेत्र की एक नहर में तैरती मिली. हापुड़ पुलिस ने लाश की शिनाख्त करने के बजाय आनन-फानन में लावारिस समझ कर अंतिम संस्कार कर दिया.

सट्टे की रकम नहीं लौटाने पर रची साजिश
एसपी सिटी डॉ मनीष मिश्र ने बताया कि मृतक पवन शर्मा और आरोपी गजेंद्र दोनों ही आपस में गहरे दोस्त थे और दोनों ही सट्टे में रकम लगाया करते थे. गजेंद्र ने बताया कि सट्टे में कमाई गई रकम 1 लाख 8 हजार रुपये पवन शर्मा उसे नहीं दे रहे थे. गजेंद्र की ओर से बार-बार पवन से इसका तगादा किया जा रहा था.

हत्या से पहले खिलाया नशीला पदार्थ
रुपये नहीं मिलने पर गजेंद्र ने प्लान बनाया और पवन को फोन कर हापुड़ के सिंभावली बुलाया. वहां एक बाबा के आश्रम में रुके और इसके बाद पवन को नशीला पदार्थ खिला गला दबाकर उसकी हत्या कर शव को नहर में फेंक दिया. यहीं नहीं, शव की पहचान न हो सके, इसलिए कपड़े उतारकर अलग जगह नहर में फेंक दिया.

Intro:गाज़ियाबाद पुलिस ने सरकारी कांट्रेक्टर की हत्या का सनसनीखेज खुलासा किया है।

पुलिस ने किया खुलासा

गाजियाबाद पुलिस ने कॉन्ट्रैक्टर पवन शर्मा की हत्या का खुलासा किया है। पुलिस का दावा है कि सट्टे के रुपयों के लेनदेन को लेकर कॉन्ट्रेक्टर के अपने ही दोस्त ने साजिश रची और बड़ी बेरहमी से उसकी हत्या कर शव को नहर में फेंक दिया था। पुलिस ने हत्यारोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

नहर में मिला था शव

गाजियाबाद के कविनगर थाना क्षेत्र में रहने वाले कॉन्ट्रैक्टर पवन शर्मा 4 जनवरी को रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गए थे। शिकायत पर पुलिस ने गुमशुदगी तो दर्ज की लेकिन कोई ठोस कार्यवाई नही की। नतीजा यह हुआ कि 6 जनवरी को पवन शर्मा की लाश हापुड़ के सिंभावली थाना क्षेत्र के एक नहर में तैरती हुई मिली। हापुड़ पुलिस ने लाश की शिनाख्त करने के बजाय आनन फानन में लावारिस में अंतिम संस्कार कर दिया।



Body:सट्टे की रकम नहीं लौटाने पर रची साजिश

एसपी सिटी डॉ मनीष मिश्र ने बताया कि मृतक पवन शर्मा और गजेंद्र दोनों ही आपस में गहरे दोस्त थे और दोनों ही सट्टे में रकम लगाया करते थे। गजेंद्र ने पूछताछ में बताया कि सट्टे में कमाई 1 लाख 8 हजार रुपये पवन शर्मा उसे नही दे रहे थे। वहीं, मोटापा घटाने वाली दवाई के भी 12 हज़ार रुपये पवन पर बकाया थे। इसका तकादा गजेंद्र द्वारा बार बार पवन से किया जा रहा था।Conclusion:हत्या से पहले खिलाया नशीला पदार्थ

रुपये नही मिलने पर गजेंद्र ने प्लान बनाया और पवन को फ़ोन कर हापुड़ के सिंभावली बुलाया। वहां एक बाबा के आश्रम में रुक और इसके बाद पवन को नशीला पदार्थ खिलाने के बाद गला दबाकर उसकी हत्या कर शव को नहर में फेंक दिया। यही नही, शव की पहचान न हो सके इसलिए कपड़े उतार कर अलग जगह नहर में फेंक दिए थे।

बाईट - डॉ मनीष मिश्र / एसपी सिटी, गाजियाबाद
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