गाजियाबाद: जिला मुख्यालय के बाहर भूख हड़ताल पर बैठे अभिभावकों का धरना 5वें दिन भी जारी रहा. भूख हड़ताल पर बैठी भारती शर्मा नाम की महिला की तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिसके बाद एंबुलेंस बुलाकर महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस दौरान गुस्साए अभिभावकों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की.
रविवार को भी मांग पर अड़े रहे पेरेंट्स
बता दें कि पांचवें दिन रविवार होने के चलते जिला मुख्यालय नहीं खुला था, जिसके चलते कोई भी अधिकारी नहीं आया था वहीं रोड के किनारे बैठे अभिभावक अपनी मांग पर अड़े रहे कि इसी दौरान भारती शर्मा नाम की महिला की तबीयत बिगड़ गई. बता दें कि इससे पहले भी दो और अभिभावकों की तबीयत बिगड़ चुकी है. हड़ताल पर बैठे इन अभिभावकों का कहना है कि मांग नहीं माने जाने तक वे इसी तरह से भूख हड़ताल पर बैठे रहेंगे.
पुलिस की निगरानी जारी
जिला मुख्यालय के बाहर हमेशा पुलिस रहती है और भूख हड़ताल कर रहे लोगों पर पुलिस की निगरानी भी लगातार बनी हुई है. हड़ताल पर बैठे इन अभिभावकों का आरोप है कि प्रशासन की तरफ से न तो मांग सुनी जा रही है और न ही किसी तरह की मदद की जा रही है. लोकतंत्र में आवाज उठाना सबका अधिकार है. हम लोग तो सिर्फ शांतिपूर्ण तरीके से अपनी आवाज उठा रहे हैं और किसी को नुकसान नहीं पहुंचा रहे हैं. सरकार से अभी भी उम्मीद है कि जल्द से जल्द हमारी मांगें मान ली जाएं, जिससे गरीब परिवारों को लॉकडाउन के दर्द से थोड़ी राहत मिल सके.