नई दिल्ली: कुपोषण को जड़ से खत्म करने के लिए गाजियाबाद के जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे की ओर से एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है. अभियान के तहत 2 हजार से अधिक कुपोषित बच्चों को वीवीआइपी मानते हुए सुपोषित किए जाने की पहल शुरू की गई है.
बच्चों को किया गया चिन्हित
जिले में कुपोषण से निपटने के लिए जिलाधिकारी ने जनपद के निजी चिकित्सालय और नर्सिंग होम्स के डॉक्टरों से सहयोग लेने की पहल की है. राजापुर ब्लॉक में 250, भोजपुर ब्लॉक में 263, मुरादनगर ब्लॉक में 186, लोनी ब्लॉक में 257 और शहरी क्षेत्र में 1567 अति कुपोषित बच्चों को विभिन्न निजी अस्पतालों से लिंक करने की योजना तैयार की गई है.
अभियान से जुड़ने का लिया संकल्प
जिलाधिकारी की इस पहल पर कौशांबी स्थित यशोदा अस्पताल के साथ-साथ कई निजी अस्पतालों ने इसका स्वागत किया और इस अभियान से जुड़ने का संकल्प लिया.
यशोदा अस्पताल के निदेशक पीएन अरोड़ा 500 अति कुपोषित बच्चों को अपनी ओर से निःशुल्क चिकित्सीय सुविधा के लिए वीवीआईपी डाइट उपलब्ध कराएंगे. बाल विकास अधिकारी को इन चिन्हित बच्चों और निजी अस्पतालों के बीच में लिंकेज स्थापित करने के लिए अधिकृत किया गया है.
पौष्टिक आहार निःशुल्क उपलब्ध कराएंगें
निजी चिकित्सक चिन्हित बच्चों को उच्च स्तरीय पौष्टिक आहार निःशुल्क उपलब्ध कराएंगे और बच्चों को अपनी नियमित देखरेख में रहेंगे. जरूरत पड़ी तो चिकित्सक अपने अस्पताल में बच्चों को एडमिट करके निःशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराएंगे.