गाजियाबाद: गाजियाबाद शहर के पॉश इलाके राजेंद्र नगर में लंबे समय से गंदगी का अंबार लगा हुआ है और यहां भारी जलभराव भी बना रहता है. स्थानीय लोगों को इससे काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि नगर निगम से संबंध में शिकायत भी की गई, लेकिन साफ-सफाई को लेकर कोई कदम नहीं उठाए गए. इस रवैये को देखकर लग रहा है कि सरकारी महकमों को प्रधानमंत्री के सपने 'स्वच्छ भारत' की भी कोई कद्र नहीं है.
गाजियाबाद के पॉश इलाके राजेंद्र नगर की साफ-सफाई को लेकर हालत बहुत खराब है. यह इलाका हिंडन एयरपोर्ट से महज 2 किलोमीटर की दूरी पर है. जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एयरपोर्ट का उद्घाटन किया था तो लोग काफी गर्व महसूस करते थे कि वो एयरपोर्ट के पास रहते हैं, लेकिन वह गर्व सरकारी लापरवाही की वजह से अफसोस में बदल गया. राजेंद्र नगर में डीएलएफ स्कूल की तरफ से वजीराबाद जाने वाले रोड पर हमेशा भारी जलभराव बना रहता है.
लोगों का कहना है कि कई बार शिकायतों के बावजूद कार्रवाई नहीं हुई है. नगर निगम की टीम आई थी, लेकिन उन्होंने एक दीवार खड़ी कर दी. मगर जलभराव इतना ज्यादा है कि पानी दीवार के ऊपर से भी आ जाता है. हाल यह है कि लगातार जलभराव की वजह से पानी मकानों की नींव में जा रहा है, जिससे मकानों की नींव कमजोर होने का खतरा पैदा हो गया है.
'झुग्गी-बस्ती इलाके से भी बदतर हैं हालात'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस एयरपोर्ट का उद्घाटन किया था और उत्तराखंड के सीएम ने एयरपोर्ट से उड़ानों को हरी झंडी दिखाई थी. उस समय तो लोगों को लगा था कि एयरपोर्ट के पास रहने का फायदा उन्हें विकास कार्यों के साथ भी मिलेगा, लेकिन विकास दूर की बात लगने लगी, रह गई तो सिर्फ गंदगी और बदबू. लोगों का यहां तक कहना है कि उनकी हालत चिराग तले अंधेरा जैसी है.