गाजियाबाद: कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर गाजीपुर बॉर्डर समेत राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन को आठ महीने पूरे हो चुके हैं. किसान आंदोलन को तेज करने के लिए किसान नेता तमाम कवायद कर रहे हैं. दिल्ली के जंतर-मंतर पर किसान नेताओं द्वारा किसान संसद चलाई जा रही है.
यूपी में चुनाव नजदीक आ रहे हैं. ऐसे में जहां एक तरफ तमाम राजनैतिक पार्टियां चुनावी रणनीति तैयार कर रही हैं तो वहीं दूसरी तरफ किसान नेता भी 'मिशन यूपी' को अमलीजामा पहनाने में जुटे हुए हैं.
मिशन बंगाल की तर्ज पर अब किसान नेता मिशन यूपी की रणनीति तैयार करने में जुटे हुए हैं. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से आज दोपहर तीन बजे किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait), दर्शन पाल और योगेंद्र यादव सहित प्रमुख किसान नेता मिशन यूपी (Farmers Mission UP) का आगाज करेंगे. जानकारी के मुताबिक किसान नेताओं द्वारा लखनऊ प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता कर मिशन यूपी की घोषणा की जाएगी.
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बंगाल चुनाव के दौरान देखने को मिला था कि किसान नेताओं ने भाजपा के खिलाफ प्रचार किया था. संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसान नेताओं ने बंगाल में महापंचायत कर भाजपा को वोट न देने की अपील की थी.
26 जनवरी को दिल्ली में हुई थी हिंसा
26 जनवरी को दिल्ली में हुए ट्रैक्टर मार्च के दौरान हिंसा देखने को मिली थी. हिंसा में लगभग 500 पुलिसकर्मी घायल हुए थे. वहीं, इस दौरान कई किसान भी घायल हुए थे. उसके बाद दिल्ली में विभिन धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी.