गाजियाबाद: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात के सवाल पर किसान नेता राकेश टिकैत ने अब जवाब दिया है. टिकैत ने कहा है कि उन्हें कोई जानकारी नहीं है कि किसानों को केजरीवाल ने चर्चा के लिए बुलाया है. उनका कहना है कि जो भी फैसला होगा, वो संयुक्त किसान मोर्चा करेगा. राकेश टिकैत ने कहा कि यहां राजनीतिक पार्टियां आकर समर्थन दे रही हैं. किसी पार्टी का नेता यहां आकर अपना टेंट लगाकर नहीं बैठा है. बिना घी के तो सूखा आटा खाना नामुमकिन होता है.
विधानसभा में केजरीवाल कर सकते हैं चर्चा
जानकारी के मुताबिक दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किसानों से बातचीत के लिए लंच का वक्त चुना है. वहां पर कृषि कानूनों को लेकर तमाम किसान नेताओं से अरविंद केजरीवाल चर्चा करना चाहते हैं. तीनों कृषि कानून की खामियों पर बातचीत पर यह चर्चा होगी.
सियासी जमीन तलाश रही आप
आम आदमी पार्टी शुरू से ही किसान आंदोलन को अपना समर्थन दे रही है. दिल्ली सरकार में मंत्री मनीष सिसोदिया पिछले महीने गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत से मिलने के लिए भी पहुंचे थे. वहीं सांसद संजय सिंह किसानों के समर्थन में उत्तर प्रदेश में किसान महापंचायत की भी तैयारी कर रहे हैं. जाहिर है अरविंद केजरीवाल का यह प्रस्ताव सियासत की दृष्टि से भी काफी चर्चाओं में बना हुआ है. सवाल यह है कि क्या किसान आंदोलन के नाम पर आम आदमी पार्टी, आने वाले उत्तर प्रदेश चुनाव का रास्ता भी किसानों के बीच तलाश रही है.