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गाजियाबाद: पत्रकार हत्या मामले में परिजनों ने पुलिस पर लगाया आरोप

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Published : Jul 22, 2020, 10:39 AM IST

गाजियाबाद में बदमाशों के हमले में घायल पत्रकार की मौत पर परिजनों ने पुलिस पर सवाल उठाए हैं. परिजनों का कहना है कि पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई नहीं की. परिजनों का ये भी कहना है कि जब तक मुख्य आरोपी गिरफ्तार नहीं होता हम बॉडी नहीं ले जाएंगे.

गाजियाबाद पत्रकार हत्या मामला
गाजियाबाद पत्रकार हत्या मामला

गाजियाबाद: बदमाशों के हमले में घायल विजयनगर इलाके के रहने वाले पत्रकार ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. बता दें कि सोमवार रात बदमाशों ने पत्रकार को उस समय गोली मार दी थी, जब वो अपनी बहन के घर से लौट रहे थे. अब परिजनों ने इसे लेकर पुलिस पर सवाल उठाए हैं. साथ ही इंसाफ की मांग की है.

परिजनों ने आरोप लगाया है कि जिस चौकी इंचार्ज को सस्पेंड किया गया है, उसे पहले से जानकारी थी कि पत्रकार पर जानलेवा हमला होगा. लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने कुछ नहीं किया. उनका कहना है कि सिर्फ चौकी इंचार्ज ही नहीं बल्कि अन्य पुलिसकर्मी भी इसमें शामिल हैं. बिना पुलिस की सांठगांठ के इस तरह का हत्याकांड मुमकिन नहीं है.

सीसीटीवी फुटेज
बता दें कि पत्रकार अपने पीछे दो मासूम बेटियों और पत्नी को छोड़ गए हैं. पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है. सभी को यह डर सता रहा है कि अब मासूम बेटियों को बिना पिता के सहारे जिंदगी गुजारनी होगी. उन्होंने अपनी आंखों से इस पूरी वारदात को होते हुए देखा है. जिसे वो अपने जेहन से शायद कभी नहीं भुला पाएंगी.
पत्रकार हत्या मामला
गौरतलब है कि मंगलवार को पुलिस ने मामले में 9 आरोपियों की गिरफ्तारी की थी. लापरवाही बरतने वाले चौकी इंचार्ज को भी एसएसपी ने सस्पेंड कर दिया था. अब पत्रकार की मौत के बाद उनका परिवार मामले में इंसाफ की मांग कर रहा है. परिवार का कहना है कि पत्रकार के गुनहगारों को भी विकास दुबे जैसी सजा मिलनी चाहिए.
  • Some boys including Kamal-ud-Din’s son used to eve-tease my sister. It was her b'day when incident occured. My uncle was coming home with her when Kamal-ud-Din’s son attacked him&shot him. We'll not accept my uncle's body till main accused is caught: Journalist Vikram's nephew pic.twitter.com/IdDhXC9qnt

    — ANI UP (@ANINewsUP) July 22, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

गाजियाबाद: बदमाशों के हमले में घायल विजयनगर इलाके के रहने वाले पत्रकार ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. बता दें कि सोमवार रात बदमाशों ने पत्रकार को उस समय गोली मार दी थी, जब वो अपनी बहन के घर से लौट रहे थे. अब परिजनों ने इसे लेकर पुलिस पर सवाल उठाए हैं. साथ ही इंसाफ की मांग की है.

परिजनों ने आरोप लगाया है कि जिस चौकी इंचार्ज को सस्पेंड किया गया है, उसे पहले से जानकारी थी कि पत्रकार पर जानलेवा हमला होगा. लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने कुछ नहीं किया. उनका कहना है कि सिर्फ चौकी इंचार्ज ही नहीं बल्कि अन्य पुलिसकर्मी भी इसमें शामिल हैं. बिना पुलिस की सांठगांठ के इस तरह का हत्याकांड मुमकिन नहीं है.

सीसीटीवी फुटेज
बता दें कि पत्रकार अपने पीछे दो मासूम बेटियों और पत्नी को छोड़ गए हैं. पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है. सभी को यह डर सता रहा है कि अब मासूम बेटियों को बिना पिता के सहारे जिंदगी गुजारनी होगी. उन्होंने अपनी आंखों से इस पूरी वारदात को होते हुए देखा है. जिसे वो अपने जेहन से शायद कभी नहीं भुला पाएंगी.
पत्रकार हत्या मामला
गौरतलब है कि मंगलवार को पुलिस ने मामले में 9 आरोपियों की गिरफ्तारी की थी. लापरवाही बरतने वाले चौकी इंचार्ज को भी एसएसपी ने सस्पेंड कर दिया था. अब पत्रकार की मौत के बाद उनका परिवार मामले में इंसाफ की मांग कर रहा है. परिवार का कहना है कि पत्रकार के गुनहगारों को भी विकास दुबे जैसी सजा मिलनी चाहिए.
  • Some boys including Kamal-ud-Din’s son used to eve-tease my sister. It was her b'day when incident occured. My uncle was coming home with her when Kamal-ud-Din’s son attacked him&shot him. We'll not accept my uncle's body till main accused is caught: Journalist Vikram's nephew pic.twitter.com/IdDhXC9qnt

    — ANI UP (@ANINewsUP) July 22, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
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