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गैस एजेंसी के कर्मचारी करते थे NCR में गोलियों की सप्लाई, 2 गिरफ्तार - अवैध हथियारों की तस्करी करते थे

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के अनुसार राजधानी में होने वाले गंभीर अपराधों को लेकर छानबीन कर रही थी. इस दौरान पता चला कि दिल्ली एनसीआर के बदमाशों को उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश से हथियार दिए जा रहे हैं.

गिरफ्तार आरोपियों के पास से बरामद गोलियां
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Published : Jun 22, 2019, 6:26 PM IST

नई दिल्ली: एक गैस गोदाम में काम करने वाले कर्मचारियों ने जल्दी रुपये कमाने के लिए हथियारों के सौदागर से हाथ मिला लिया. उससे गोलियां लेकर वह एनसीआर के बदमाशों को पहुंचाने लगे. स्पेशल सेल ने इन दोनों युवकों को गिरफ्तार कर उनके पास से 500 गोलियां बरामद की हैं. वहीं पुलिस अब इन गोलियों को भिजवाने वाले की तलाश कर रही है.

गैस एजेंसी के कर्मचारी करते थे NCR में गोलियों की सप्लाई

एटा के दो आरोपी गिरफ्तार
स्पेशल सेल की टीम को सूचना मिली कि एटा का रहने वाला अखिलेश कुमार अवैध तरीके से दिल्ली एनसीआर के बदमाशों को गोलियां पहुंचा रहा है.

पुलिस टीम ने उसकी तलाश शुरू कर दी है. हाल ही में स्पेशल सेल को सूचना मिली कि अखिलेश कुमार कल्याण पुरी स्थित अस्पताल के पास गोलियों की सप्लाई देने के लिए आएगा.

इस जानकारी पर इंस्पेक्टर अजय कुमार की टीम ने छापा मारकर दो लोगों को वहां से पकड़ लिया. उनकी पहचान अखिलेश और कुंवर पाल के रूप में की गई. अखिलेश के बैग से 375 गोलियां जबकि कुंवर पाल के बैग से 175 गोलियां बरामद हुई.

500 रुपये में बेचते थे एक गोली
कुंवर पाल रानीपुर गांव का रहने वाला है. वह एक गैस गोदाम में काम करता था. 2017-18 में पत्नी और बीमारी के चलते उस पर काफी कर्ज हो गया.

तभी उसकी मुलाकात फिरोजाबाद निवासी धीरेंद्र सिंह से हुई जो अवैध गोलियों का कारोबार करता है. धीरेंद्र ने उसे अपने गैंग में शामिल कर लिया और उससे एनसीआर और वेस्टर्न यूपी में गोलियां भिजवाने लगा.

बीते छह माह में वह ढाई हजार से ज्यादा गोलियां सप्लाई कर चुका है. 250 रुपये में खरीदी गई एक गोली को वह 500 रूपये में बेचता था.

दूसरा आरोपी अखिलेश कुमार भी गैस गोदाम में काम करता था. अगस्त 2018 में कंवर पाल ने उसे धीरेंद्र सिंह से मिलवाया. एक बार गोलियों की खेप पहुंचाने पर उसे तीन से पांच हजार रुपये मिलते थे.

नई दिल्ली: एक गैस गोदाम में काम करने वाले कर्मचारियों ने जल्दी रुपये कमाने के लिए हथियारों के सौदागर से हाथ मिला लिया. उससे गोलियां लेकर वह एनसीआर के बदमाशों को पहुंचाने लगे. स्पेशल सेल ने इन दोनों युवकों को गिरफ्तार कर उनके पास से 500 गोलियां बरामद की हैं. वहीं पुलिस अब इन गोलियों को भिजवाने वाले की तलाश कर रही है.

गैस एजेंसी के कर्मचारी करते थे NCR में गोलियों की सप्लाई

एटा के दो आरोपी गिरफ्तार
स्पेशल सेल की टीम को सूचना मिली कि एटा का रहने वाला अखिलेश कुमार अवैध तरीके से दिल्ली एनसीआर के बदमाशों को गोलियां पहुंचा रहा है.

पुलिस टीम ने उसकी तलाश शुरू कर दी है. हाल ही में स्पेशल सेल को सूचना मिली कि अखिलेश कुमार कल्याण पुरी स्थित अस्पताल के पास गोलियों की सप्लाई देने के लिए आएगा.

इस जानकारी पर इंस्पेक्टर अजय कुमार की टीम ने छापा मारकर दो लोगों को वहां से पकड़ लिया. उनकी पहचान अखिलेश और कुंवर पाल के रूप में की गई. अखिलेश के बैग से 375 गोलियां जबकि कुंवर पाल के बैग से 175 गोलियां बरामद हुई.

500 रुपये में बेचते थे एक गोली
कुंवर पाल रानीपुर गांव का रहने वाला है. वह एक गैस गोदाम में काम करता था. 2017-18 में पत्नी और बीमारी के चलते उस पर काफी कर्ज हो गया.

तभी उसकी मुलाकात फिरोजाबाद निवासी धीरेंद्र सिंह से हुई जो अवैध गोलियों का कारोबार करता है. धीरेंद्र ने उसे अपने गैंग में शामिल कर लिया और उससे एनसीआर और वेस्टर्न यूपी में गोलियां भिजवाने लगा.

बीते छह माह में वह ढाई हजार से ज्यादा गोलियां सप्लाई कर चुका है. 250 रुपये में खरीदी गई एक गोली को वह 500 रूपये में बेचता था.

दूसरा आरोपी अखिलेश कुमार भी गैस गोदाम में काम करता था. अगस्त 2018 में कंवर पाल ने उसे धीरेंद्र सिंह से मिलवाया. एक बार गोलियों की खेप पहुंचाने पर उसे तीन से पांच हजार रुपये मिलते थे.

Intro:खबर से सम्बन्धित वीडियो मेल से भेज रहा हूँ.
नई दिल्ली
एटा के एक गैस गोदाम में काम करने वाले कर्मचारियों ने जल्दी रुपये कमाने के लिए हथियारों के सौदागर से हाथ मिला लिया. उससे गोलियां लेकर वह एनसीआर के बदमाशों को पहुंचाने लगे. स्पेशल सेल ने इन दोनों युवकों को गिरफ्तार कर उनके पास से 500 गोलियां बरामद की हैं. पुलिस अब इन गोलियों को भिजवाने वाले की तलाश कर रही है.


Body:डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के अनुसार राजधानी में होने वाले गंभीर अपराधों को लेकर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल छानबीन कर रही थी. इस दौरान पता चला कि दिल्ली एनसीआर के बदमाशों को उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश से हथियार दिए जा रहे हैं. इसे ध्यान में रखते हुए हथियार तस्करों को पकड़ने का काम पुलिस कर रही थी. इस दौरान यह भी साफ हुआ कि यह अवैध हथियार तैयार करने वाले गोलियां नहीं बना सकते क्योंकि कई तरह के मटेरियल मिलाकर इन्हें बनाया जाता है. गोलियों के अलग-अलग हिस्से अलग-अलग कंपनियां बनाती है. बाद में इन्हें जोड़ा जाता है.



एटा के रहने वाले दो युवक गिरफ्तार
स्पेशल सेल की टीम को सूचना मिली कि एटा का रहने वाला अखिलेश कुमार अवैध तरीके से दिल्ली एनसीआर के बदमाशों को गोलियां पहुंचा रहा है. पुलिस टीम ने उसकी तलाश शुरू की. हाल ही में स्पेशल सेल को सूचना मिली कि अखिलेश कुमार कल्याण पुरी स्थित अस्पताल के पास गोलियों की सप्लाई देने के लिए आएगा. इस जानकारी पर इंस्पेक्टर अजय कुमार की टीम ने छापा मारकर दो लोगों को वहां से पकड़ लिया. उनकी पहचान अखिलेश और कुंवर पाल के रूप में की गई. अखिलेश के बैग से 375 गोलियां जबकि कुंवर पाल के बैग से 175 गोलियां बरामद हुई.





Conclusion:500 रुपये में बेचते थे एक गोली
कुंवर पाल रानीपुर गांव का रहने वाला है. वह एक गैस गोदाम में काम करता था. 2017-18 में पत्नी और बीमारी के चलते उस पर काफी कर्ज हो गया. तभी उसकी मुलाकात फिरोजाबाद निवासी धीरेंद्र सिंह से हुई जो अवैध गोलियों का कारोबार करता है. धीरेंद्र ने उसे अपने गैंग में शामिल कर लिया और उससे एनसीआर और वेस्टर्न यूपी में गोलियां भिजवाने लगा. बीते छह माह में वह ढाई हजार से ज्यादा गोलियां सप्लाई कर चुका है. 250 रुपये में खरीदी गई एक गोली को वह 500 रूपये में।बेचता था. दूसरा आरोपी अखिलेश कुमार भी गैस गोदाम में काम करता था. अगस्त 2018 में कंवर पाल ने उसे धीरेंद्र सिंह से मिलवाया. एक बार गोलियों की खेप पहुंचाने पर उसे तीन से पांच हजार रुपये मिलते थे.
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