नई दिल्ली : DDMA यानी दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने दिल्ली में छठ पूजा को लेकर सख्त गाइडलाइन जारी की है. इसके साथ ही अथॉरिटी ने यमुना नदी के किनारे छठ पूजा के आयोजन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है. इस आदेश के बाद दिल्ली में रह रहे पूर्वांचली समाज के साथ ही बिहार के लोगों में काफी मायूसी है. इसी के साथ छठ को लेकर सियासत भी तेज हो गई है.
भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने कोरोना गाइडलाइंस के तहत यमुना किनारे छठ पूजा के आयोजन पर प्रतिबंध के फैसले का मुखर विरोध किया है. उन्होंने इसे खराब नीयत के साथ लिया गया फैसला करार दिया है. हालांकि DDMA ने कहा है कि कोरोना के खतरे को देखते हुए छठ पूजा का आयोजन बहुत सीमित दायरे में ही किया जा सकेगा. आयोग ने अपने आदेश में कई बिन्दुओं पर गाइडलाइन जारी करके सख्ती से इसका पालन कराने का निर्देश भी दिया है.
DDMA की छठ पूजा संबंधी गाइडलाइंस की मुख्य बातें :
*नामित स्थलों की पहचान, विकास और प्रबंधन राजस्व विभाग करेगा.
*यमुना नदी के तट पर कोई स्थल नामित नहीं किया जाएगा.
*ऐसी पूजा सामग्री का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिसे विधिवत रूप से इकट्ठा किया जा सके.
*पूजा सामग्री या कोई सामान फेंकना सख्त वर्जित होगा.
*किसी भी सामग्री को नदी की मुख्य धारा में प्रवाहित करने की अनुमति नहीं है.
*NGT के साथ-साथ यमुना निगरानी के सभी दिशानिर्देशों/आदेशों का कड़ाई से पालन करना होगा.
*छठ पूजा समितियों/आयोजकों को एक वचनबद्धता प्रस्तुत करनी होगी.
*COVID उपयुक्त व्यवहार (मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजर) का सख्ती से पालन करना होगा.
*तमाम जिला मजिस्ट्रेट अपने-अपने क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाएंगे