नोएडा: गौतमबुद्ध नगर में कमिश्नरी प्रणाली बन चुकी है. उसके बावजूद भी गौतमबुद्ध नगर जिले में अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहा है. कुछ दिन पहले थाना सेक्टर 24 क्षेत्र के सेक्टर 12 में एक ज्वेलर्स को गोली मारकर लूट की वारदात को अंजाम दिया गया था. इस घटना को पुलिस ने गंभीरता से लेते हुए नोएडा के सेक्टर 18 के सभी ज्वेलर्स के साथ बैठक की. मीटिंग में उनकी समस्याएं और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चर्चा हुई. चर्चा के बाद पुलिस ने बैठक में उन समस्याओं को जल्द दूर करने का आश्वासन दिया.
पुलिस ने ज्वेलर्स के साथ की बैठक
सेक्टर 18 को नोएडा का कनॉट प्लेस कहा जाता है. सेक्टर 18 में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस और ज्वेलर्स एसोसिएशन की बैठक हुई. जिसमें व्यापारियों ने अपनी समस्याओं को पुलिस के सामने रखा और पुलिस ने उन्हें दूर करने का आश्वासन दिया.
व्यापारियों ने पुलिस के सामने सुरक्षा व्यवस्था, पार्किंग और रेहड़ी पटरी की समस्याओं को पुलिस के सामने रखा. व्यापारियों ने कहा कि इलाके में सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर पुलिस की पेट्रोलिंग बहुत ज्यादा नहीं है. पार्किंग की समस्या होने से भीड़ बढ़ जाती है और रेहड़ी पटरी वालों के पास अपराधी खड़े हो जाते हैं. इससे वारदात होने की पूरी संभावना रहती है, इन्हें दूर किया जाए.
ईटीवी भारत ने उठाया था सुरक्षा व्यवस्था का मुद्दा
नोएडा के सेक्टर 18 में 28 ज्वैलर्स की दुकानें हैं, जो सिटी में सबसे ज्यादा यहीं पर हैं. इन दुकानों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस काफी सक्रिय रहती है.
नोएडा में सेक्टर 18 का सुरक्षा व्यवस्था का मुद्दा का ईटीवी भारत ने गंभीरता से उठाया था, जब वहां के सीसीटीवी कैमरे खराब हालत में चल रहे थे, जिसे पुलिस प्रशासन ने गंभीरता से लिया और उन कैमरों को सही कराया है. साथ ही पूरे सेक्टर अट्ठारह में और भी सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने की बात कही गई है.
'पूरी तरह सुरक्षित होगा सेक्टर 18'
एसीपी फर्स्ट जोन के अरुण कुमार सिंह के मुताबिक व्यापारियों के साथ हुई बैठक में कई समस्याएं व्यापारियों द्वारा रखी गईं, जिन्हें जल्द दूर किया जाएगा. वहीं पूरे सेक्टर 18 में करीब 55 से 60 कैमरे और लगाए जाएंगे. पार्किंग की समस्या को दूर करने का प्रयास किया जाएगा. और खासकर पूरे सेक्टर 18 में प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड लगाकर पेट्रोलिंग कराई जाएगी. ताकि किसी भी तरह की वारदात सेक्टर 18 में न हो और सेक्टर 18 पूरी तरह सुरक्षित किया जा सके. जिससे कोई भी व्यापारी अपने आप को असुरक्षित न महसूस कर सके.