नोएडा: आपने तमाम तरह के डॉक्टर देखे और सुने होंगे पर गाड़ियों के डॉक्टर शायद ही आपने देखा होगा या सुना होगा. नोएडा के थाना सेक्टर 24 पुलिस ने एक ऐसे शातिर गैंग का भंडाफोड़ किया है और गैंग के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है जो गाड़ियों का डॉक्टर है और यह अंतरराज्यीय वाहन चोर भी है. जिसको लोग वाहिद के नाम से जानते हैं, यह वह शातिर वाहन चोर हैं जो किसी परिचय का मोहताज पूरे एनसीआर क्षेत्र में नहीं है.
कोई भी ऐसा एनसीआर क्षेत्र में थाना नहीं है जहां कि पुलिस डॉक्टर वाहिद को न जानती हो. वाहिद 25000 का इनामी भी है.अब तक इसके और इसके गैंग के द्वारा चोरी की वारदातों में सेंचुरी पार की गई है. इसके ऊपर 78 से अधिक चोरी के मामले विभिन्न थानों में दर्ज है. इसकी गिरफ्तारी को थाना सेक्टर 24 पुलिस एक बड़ी सफलता मान रही है. वाहिद के साथ ही दो अन्य चोरों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जो उसके गैंग के सदस्य है. इनके पास से चोरी की गई लग्जरी गाड़ियों के साथ ही गाड़ियों को चुराने के सैकड़ों उपकरण बरामद हुए.
25,000 का इनाम भी घोषित
थाना सेक्टर 24 पुलिस द्वारा आरोपी वाहित जिसे गाड़ियों का डॉक्टर भी कहा जाता है को गिरफ्तार किया है. वाहिद एक शातिर किस्म का वाहन चोर है. गाड़ियों की चोरी करने में इतनी ज्यादा पारंगत वाहिद हो चुका है कि उसे डॉक्टर के नाम से अब लोग जानने लगे हैं. इसके ऊपर 25,000 का इनाम भी घोषित है. डॉक्टर वाहिद अपने गैंग का मास्टरमाइंड है, जो कि लगातार नोएडा एनसीआर में वाहन चोरी की घटनाओं को करता रहा है और फरार चल रहा था. डॉक्टर वाहिद अपना व्हाट्सएप नंबर सउदी अरब के नंबर से इंस्टॉल किया था और उसी नंबर से डोंगल की मदद से व्हाट्सएप कॉलिंग से अपने अन्य साथियों से जुड़ा है.
दो शादियां की और आठ जगहों पर मकान लिया
डॉक्टर वाहिद ने दो शादियां कर रखी है, आठ जगहों पर किराए पर मकान ले रखा है. जिसमें दिल्ली में दो जगह, गाजियाबाद में दो जगह, हापुड़, मेरठ, बुलंदशहर और बागपत में है. प्रत्येक दिन अलग अलग लोकेशन पर रात में सोने के लिए जाता है. शुरू के दिनों में डॉक्टर वाहिद के द्वारा गाड़ियां स्वयं अपने साथियों के साथ मिलकर चोरी की जाती थीं.
धीरे-धीरे यह अपने साथियों पवन और कमरुद्दीन को गाड़ी चोरी करने की ट्रेनिंग देकर इनसे गाड़ियां चोरी करवाता है. इनसे गाड़ियां लेकर यह दानिश, इमरान को गाड़ी कटवाने के लिए उत्तर प्रदेश से बाहर भिजवाने का काम करता है. वहीं इनका एक साथी मोदीनगर में नंबर प्लेट आदि बनाने की दुकान है, जो वाहिद व अन्य चोरों को फर्जी नंबर प्लेट बना कर देता है जो चोरी की हुई गाड़ियों में इस्तेमाल किए जाती है.
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गाड़ी चोरी में डॉक्टरी करने वाले आरोपी और उसके गैंग की गिरफ्तारी के संबंध में डीसीपी जोन प्रथम नोएडा राजेश यश ने बताया कि वाहिद के साथ ही अंकुर पुत्र ज्ञानेंद्र और शोएब पुत्र समद को गिरफ्तार किया गया है. वहीं कमरुद्दीन , पवन , इरफान और दानिश अभी फरार चल रहे हैं.
प्रत्येक गाड़ी में 1 से ढाई लाख तक का मुनाफा कमाया
उन्होंने बताया कि पकड़ा गया आरोपी डॉक्टर वाहिद ब्रेजा कार को 3 लाख में लेता था और 4 से 5 लाख रुपये में बेचने का काम करता था. वही हौंडा सिटी 4 लाख में लेना और 5 से 6 लाख में बेचना, क्रेटा साढे़ 4 लाख में लेना और साढे़ 5 लाख में भेजना, वैगनआर ढाई लाख में लेना और साढे़ 3 लाख में भेजना, स्विफ्ट डिजायर 3 लाख में लेना और 4 लाख तक बेचने, बलेनो ढाई लाख में लेना और तीन लाख तक बेचता था.
इसके द्वारा प्रत्येक गाड़ी में 1 से ढाई लाख तक का मुनाफा कमाया जाता था. इसके नेटवर्क नोएडा एनसीआर के साथ ही बिहार, राजस्थान, मेरठ ,हापुड़, हरियाणा सहित अन्य कई राज्यों में फैले हुए हैं. पकड़े गए गैंग के ऊपर गैंगस्टर एक्ट की भी कार्रवाई की जाएगी.
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