ग्रेटर नोएडा: एनआईईटी इंस्टीट्यूट, यूजीसी से पहला ऑटोनॉमस दर्जा प्राप्त करने वाला शिक्षण संस्थान बना है. इसमें विद्यार्थियों को नई तकनीक से शिक्षा प्रदान की जाएगी, ताकि युवाओं को अच्छा रोजगार मिल सके. इंस्टीट्यूट ने तमाम तरह के नए कोर्सों की शुरुआत की है.
एनआईईटी शिक्षण संस्थान ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क में स्थित है, जिसके प्रबंधक ओपी अग्रवाल हैं. इंस्टीट्यूट को इस बार उत्तर प्रदेश प्राविधिक विश्वविद्यालय (यूपीटीयू) से जोड़ा गया है. संस्थान को उत्तर प्रदेश में पहला ऑटोनॉमस शिक्षण संस्थान बनने का गौरव प्राप्त हुआ है.
इंस्टीट्यूट के कार्यकारी उपाध्यक्ष डॉय रमन बत्तरा ने बताया कि इंस्टीट्यूट लगातार नए लक्ष्यों की तरफ बढ़ रहा है और समाज के हित में काम कर रहा है. हाल ही में इंस्टीट्यूट ने छात्रों के लिए बीटेक कंप्यूटर बिजनेस सेंटर की भी शुरुआत की है.
19 साल का कठिन परिश्रम
एनआईईटी शिक्षण संस्थान की शुरुआत 2001 में की गई थी. अब तक के सफर को 19 वर्ष हो चुके हैं. इंस्टीट्यूट ने काफी उपलब्धियां हासिल की हैं. आज ये इंस्टीट्यूट भारत में इंजीनियरिंग मैनेजमेंट और फार्मेसी की शिक्षा देने वाला एक प्रतिष्ठित संस्थान बन चुका है.
डिजिटल फैक्ट्री की होगी शुरुआत
ऑटोनॉमस दर्जा मिलने के बाद एनआईईटी अपने छात्रों, फैक्ट्री और स्टाफ को बहुत ही अच्छी तरह से विकास के लिए बेहतर माहौल देगा. छात्रों के लिए डिजिटल फैक्ट्री की शुरुआत होगी, जिससे बच्चों का अच्छा एक्सपीरियंस हो सकेगा. इस फैक्ट्री को तीन फेस के अंदर बनाकर तैयार किया जाएगा, 1 साल में 1 फेस बनकर तैयार होगा.