ETV Bharat / state

नोएडा: टॉप 3 प्रदूषित शहरों में तीसरे स्थान पर ग्रेटर नोएडा, AQI 400 के पार

दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता ही जा रहा है. जिसके कारण लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ग्रेटर नोएडा और नोएडा में प्रदूषण का स्तर लगातार खतरनाक क्षेणी में बना हुआ है. नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्रदूषित शहरों में टॉप 3 शहर में बने हुए है.

एनसीआर में प्रदूषण
एनसीआर में प्रदूषण
author img

By

Published : Dec 27, 2020, 2:27 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में ठंड की दस्तक के साथ प्रदूषण का स्तर भी लगातार बढ़ता जा रहा है. प्रदूषित शहरों में नंबर वन पर ग्रेटर नोएडा और दूसरे स्थान पर नोएडा का AQI दर्ज किया गया है. ग्रेटर नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स 408 दर्ज किया गया तो वही नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 के करीब दर्ज किया गया है. वायु का स्तर बेहद खतरनाक श्रेणी में पहुंच गया है. प्रदूषण का स्तर बढ़ने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. विशेषज्ञों का कहना है कि सांस, अस्थमेटिक पेशेंट, फेफड़ों की समस्या होने वाले लोगों को बेवजह घर से निकलने से बचना चाहिए.

टॉप 3 प्रदूषित शहरों में तीसरे स्थान पर ग्रेटर नोएडा.

ग्रेटर नोएडा में बढ़ा प्रदूषण

सेंट्रल पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) की वेबसाइट के मुताबिक दिल्ली से भी ज़्यादा प्रदूषित ग्रेटर नोएडा है. ग्रेटर नोएडा में दो स्टेशन यूपीपीसीबी ( उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड) ने लगाए हैं, जिसमें नॉलेज पार्क-III में एयर क्वालिटी इंडेक्स 406 और नॉलेज पार्क-V का एयर क्वालिटी इंडेक्स 411 दर्ज़ किया गया है.

दूसरे नंबर पर नोएडा

नोएडा में UPPCB ने 4 स्टेशन ने इंस्टॉल किए हैं. जिसमें सेक्टर 62 स्टेशन का AQI 364, सेक्टर 125 में 390 AQI, सेक्टर 1 में 402 AQI और सेक्टर 116 का स्टेशन काम नहीं कर रहा है.

फूलती सांस, घुलता जहर

हवा की रफ्तार थमने से उद्योग और वाहनों से निकलने वाले धुएं का असर ढूंढ के रूप में देखने को मिलता है. ग्रेटर नोएडा और नोएडा में कई जगह शाम होने से पहले ही स्मॉग के रूप में धुंध छा गई. नोएडा और ग्रेटर नोएडा में UPPCB लगातार कार्रवाई कर रहा है. डॉक्टर की सलाह के मुताबिक बुजुर्ग, बच्चे, ह्रदय रोगी सहित अस्थमेटिक मरीजों को विशेष सावधानी बरतनी होगी.

नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में ठंड की दस्तक के साथ प्रदूषण का स्तर भी लगातार बढ़ता जा रहा है. प्रदूषित शहरों में नंबर वन पर ग्रेटर नोएडा और दूसरे स्थान पर नोएडा का AQI दर्ज किया गया है. ग्रेटर नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स 408 दर्ज किया गया तो वही नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 के करीब दर्ज किया गया है. वायु का स्तर बेहद खतरनाक श्रेणी में पहुंच गया है. प्रदूषण का स्तर बढ़ने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. विशेषज्ञों का कहना है कि सांस, अस्थमेटिक पेशेंट, फेफड़ों की समस्या होने वाले लोगों को बेवजह घर से निकलने से बचना चाहिए.

टॉप 3 प्रदूषित शहरों में तीसरे स्थान पर ग्रेटर नोएडा.

ग्रेटर नोएडा में बढ़ा प्रदूषण

सेंट्रल पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) की वेबसाइट के मुताबिक दिल्ली से भी ज़्यादा प्रदूषित ग्रेटर नोएडा है. ग्रेटर नोएडा में दो स्टेशन यूपीपीसीबी ( उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड) ने लगाए हैं, जिसमें नॉलेज पार्क-III में एयर क्वालिटी इंडेक्स 406 और नॉलेज पार्क-V का एयर क्वालिटी इंडेक्स 411 दर्ज़ किया गया है.

दूसरे नंबर पर नोएडा

नोएडा में UPPCB ने 4 स्टेशन ने इंस्टॉल किए हैं. जिसमें सेक्टर 62 स्टेशन का AQI 364, सेक्टर 125 में 390 AQI, सेक्टर 1 में 402 AQI और सेक्टर 116 का स्टेशन काम नहीं कर रहा है.

फूलती सांस, घुलता जहर

हवा की रफ्तार थमने से उद्योग और वाहनों से निकलने वाले धुएं का असर ढूंढ के रूप में देखने को मिलता है. ग्रेटर नोएडा और नोएडा में कई जगह शाम होने से पहले ही स्मॉग के रूप में धुंध छा गई. नोएडा और ग्रेटर नोएडा में UPPCB लगातार कार्रवाई कर रहा है. डॉक्टर की सलाह के मुताबिक बुजुर्ग, बच्चे, ह्रदय रोगी सहित अस्थमेटिक मरीजों को विशेष सावधानी बरतनी होगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.