ETV Bharat / state

उत्कृष्ट सेवा मेडल से नवाजे गए गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह

मूल रूप से अलीगढ़ के रहने वाले गौमतबुद्ध नगर के पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह को डीजीपी सिल्वर और गोल्ड डिस्क से भी सम्मानित किया जा चुका है. स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गृह मंत्रालय द्वारा उत्कृष्ट सेवा मेडल प्रदान किया गया.

author img

By

Published : Aug 16, 2020, 10:43 AM IST

गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह
गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह

नोएडा: गौतमबुद्ध नगर के पहले पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह को 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गृह मंत्रालय द्वारा पुलिस विभाग में असाधारण सेवा के लिए उत्कृष्ट सेवा मेडल प्रदान किया किया गया. आलोक सिंह अभी तक की पुलिस सेवा में रहते हुए कौशांबी, बागपत, बस्ती, सोनभद्र, रायबरेली, सीतापुर, उन्नाव, बिजनौर, कानपुर, मेरठ के एसएसपी रह चुके हैं.

1995 बैच के आईपीएस अधिकारी और वर्तमान में गौतमबुद्धनगर के पहले पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह को 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गृह मंत्रालय द्वारा उत्कृष्ट सेवा मेडल प्रदान किया गया है. तेज तर्रार छवि के आलोक सिंह कानपुर व मेरठ रेंज के आईजी रह चुके हैं. मेरठ आईजी रहते हुए 1 जनवरी, 2020 को उनका प्रमोशन एडीजी पद पर हुआ था.

मूल रूप से अलीगढ़ के रहने वाले आलोक सिंह को डीजीपी सिल्वर और गोल्ड डिस्क से सम्मानित किया जा चुका है. उन्होंने इटली और कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में पुलिस ट्रेनिंग भी ली है एवं भारत सरकार में पाॅलिसी लेवल पार्लियामेंट संबंधी कार्यों के पर्यवेक्षण अधिकारी नियुक्त रहने के साथ ही एयर इंडिया में डायरेक्टर (सुरक्षा) पद पर भी सेवाएं दे चुके हैं.

गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह मेडल से नवाजे गए

आतंकियों को पकड़ने में मिली थी कामयाबी
आईपीएस आलोक सिंह सबसे पहले एएसपी सहारनपुर के पद पर तैनात हुए थे. उन्होंने थाना सरसाव में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान आतंकियों को पकड़ा था. इस मुठभेड़ एक निरीक्षक गोली लगने से घायल हुए थे. इसके अलावा सोनभद्र जिला में नक्सल क्षेत्रों में असाधारण क्षमता का परिचय देते हुये 3 नक्सलवादियों को मार गिराया. उनके द्वारा पीएसी के जवानों से लूटी हुई रायफलें भी बरामद कीं.

अपराधियों के खिलाफ विशेष अभियान
इस कार्य के लिए आलोक सिंह को राष्ट्रपति वीरता पदक से सम्मानित किया गया है. अयोध्या प्रकरण पर फैसला आने पर मेरठ में आईजी रहते हुए इन्होंने दोनों पक्षों के बीच सामंजस्य बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की. आलोक सिंह ने आईजी कानपुर रहते हुए अपराधियों के विरुद्ध विशेष अभियान चलाया. उस दौरान कई अपराधी पुराने मामलों में अपनी जमानत रद्द करवाकर जेल चले गए थे.

इन पदों पर भी दी सेवाएं
मेरठ एसएसपी रहते हुए आलोक सिंह ने हाजी इजलाल जैसे गैंगस्टर/माफियाओं पर कार्रवाई की थी. इसमें हाजी इजलाल अभी भी जेल में है. आलोक सिंह लखनऊ में सहायक पुलिस अधीक्षक होते हुए सीओ अलीगंज, 32वीं व 35वीं वाहिनी लखनऊ तथा 37वीं वाहिनी कानपुर में सेनानायक के पद पर सेवाएं दे चुके हैं.

नोएडा: गौतमबुद्ध नगर के पहले पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह को 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गृह मंत्रालय द्वारा पुलिस विभाग में असाधारण सेवा के लिए उत्कृष्ट सेवा मेडल प्रदान किया किया गया. आलोक सिंह अभी तक की पुलिस सेवा में रहते हुए कौशांबी, बागपत, बस्ती, सोनभद्र, रायबरेली, सीतापुर, उन्नाव, बिजनौर, कानपुर, मेरठ के एसएसपी रह चुके हैं.

1995 बैच के आईपीएस अधिकारी और वर्तमान में गौतमबुद्धनगर के पहले पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह को 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गृह मंत्रालय द्वारा उत्कृष्ट सेवा मेडल प्रदान किया गया है. तेज तर्रार छवि के आलोक सिंह कानपुर व मेरठ रेंज के आईजी रह चुके हैं. मेरठ आईजी रहते हुए 1 जनवरी, 2020 को उनका प्रमोशन एडीजी पद पर हुआ था.

मूल रूप से अलीगढ़ के रहने वाले आलोक सिंह को डीजीपी सिल्वर और गोल्ड डिस्क से सम्मानित किया जा चुका है. उन्होंने इटली और कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में पुलिस ट्रेनिंग भी ली है एवं भारत सरकार में पाॅलिसी लेवल पार्लियामेंट संबंधी कार्यों के पर्यवेक्षण अधिकारी नियुक्त रहने के साथ ही एयर इंडिया में डायरेक्टर (सुरक्षा) पद पर भी सेवाएं दे चुके हैं.

गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह मेडल से नवाजे गए

आतंकियों को पकड़ने में मिली थी कामयाबी
आईपीएस आलोक सिंह सबसे पहले एएसपी सहारनपुर के पद पर तैनात हुए थे. उन्होंने थाना सरसाव में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान आतंकियों को पकड़ा था. इस मुठभेड़ एक निरीक्षक गोली लगने से घायल हुए थे. इसके अलावा सोनभद्र जिला में नक्सल क्षेत्रों में असाधारण क्षमता का परिचय देते हुये 3 नक्सलवादियों को मार गिराया. उनके द्वारा पीएसी के जवानों से लूटी हुई रायफलें भी बरामद कीं.

अपराधियों के खिलाफ विशेष अभियान
इस कार्य के लिए आलोक सिंह को राष्ट्रपति वीरता पदक से सम्मानित किया गया है. अयोध्या प्रकरण पर फैसला आने पर मेरठ में आईजी रहते हुए इन्होंने दोनों पक्षों के बीच सामंजस्य बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की. आलोक सिंह ने आईजी कानपुर रहते हुए अपराधियों के विरुद्ध विशेष अभियान चलाया. उस दौरान कई अपराधी पुराने मामलों में अपनी जमानत रद्द करवाकर जेल चले गए थे.

इन पदों पर भी दी सेवाएं
मेरठ एसएसपी रहते हुए आलोक सिंह ने हाजी इजलाल जैसे गैंगस्टर/माफियाओं पर कार्रवाई की थी. इसमें हाजी इजलाल अभी भी जेल में है. आलोक सिंह लखनऊ में सहायक पुलिस अधीक्षक होते हुए सीओ अलीगंज, 32वीं व 35वीं वाहिनी लखनऊ तथा 37वीं वाहिनी कानपुर में सेनानायक के पद पर सेवाएं दे चुके हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.