नई दिल्ली: दक्षिण पूर्व जिले के साइबर सेल की टीम ने ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही आरोपियों के पास से चार लैपटॉप, दस सीपीयू के हार्ड डिस्क, चार वाईफाई राउटर, 14 मोबाइल फोन के साथ पांच गूगल खातों को सील किया गया है. आरोपियों की पहचान इमरान, मोहम्मद तौकिर किदवई, मो. आजम और दीपक लाल के रूप में हुई है. सभी आरोपी दिल्ली और यूपी के रहने वाले बताए जा रहे हैं.
ऑनलाइन ठगी का रैकेट
दक्षिण पूर्व जिले के डीसीपी आर.पी.मीणा ने बताया कि 13 जनवरी को दक्षिण पूर्व जिले की साइबर सेल की टीम को एक गुप्त सूचना मिली थी. इसमें बताया गया था कि एक संगठित तरीके से कुछ लोग आश्रम सनलाइट कॉलोनी में ऑनलाइन ठगी का रैकेट चला रहे हैं, जो स्पेन में विदेशियों को निशाना बनाते हैं.
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अवैध तकनीकों का इस्तेमाल
वहीं ये जालसाज कानूनी इंटरनेशनल लॉन्ग डिस्टेंस (ILD) गेटवे को दरकिनार कर वीओआईपी कॉलिंग की अवैध तकनीकों का इस्तेमाल करने में लगे हुए हैं और इस तरह सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचा रहे हैं और लोगों को गलत फायदा पहुंचा रहे हैं. इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीपी राम सुंदर ने इंस्पेक्टर संदीप पवार के नेतृत्व में एक टीम बनाई जिसमें एसआई गौरव चौधरी, सहित अन्य पुलिस कर्मी शामिल किया गया.
जिसके बाद टीम ने दिए गए पते पर छापा मारकर 4 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया. वहीं कॉल सेंटर से कई सामान को भी बरामद किया गया. वहीं मुख्य आरोपी तौकीर किदवई ने स्वीकार किया कि वह इस कॉल सेंटर का मालिक है. इस मामले में दस व्यक्ति जांच में शामिल हुए, लेकिन भविष्य में आवश्यकता पड़ने पर जांच में शामिल होने के लिए उन्हें नोटिस जारी करने के बाद छोड़ दिया गया. टीम मामले की जांच में जुटी हुई है.