नोएडा: दिल्ली-एनसीआर में ठंड के साथ प्रदूषण का स्तर भी बढ़ता जा रहा है. टॉप 10 प्रदूषित शहरों में ग्रेटर नोएडा और नोएडा का लगातार बढ़ता प्रदूषण हैरान और परेशान करने वाला है. ग्रेटर नोएडा का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 400 के करीब दर्ज किया गया, तो वहीं नोएडा का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 355 दर्ज किया गया है.
नोएडा में वायु के प्रदूषण का स्तर बेहद खतरनाक श्रेणी में पहुंच गया है. प्रदूषण का स्तर बढ़ने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. विशेषज्ञों का कहना है कि सांस, अस्थमा के मरीजों और फेफड़ों की समस्या वाले लोगों को बेवजह घर से निकलने से बचना चाहिए.
ग्रेटर नोएडा में दर्ज AQI
सेंट्रल पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) की वेबसाइट के मुताबिक, दिल्ली से भी ज्यादा प्रदूषित शहर ग्रेटर नोएडा में है. ग्रेटर नोएडा में दो स्टेशन यूपीपीसीबी (उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड) ने लगाए हैं. जिसमें नॉलेज पार्क-III में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 390 और नॉलेज पार्क-V का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 384 दर्ज किया गया है.
नोएडा में दर्ज AQI
नोएडा में UPPCB ने 4 स्टेशन इंस्टॉल किए हैं. जिसमें सेक्टर 62 स्टेशन का AQI 357, सेक्टर 125 में 344 AQI, सेक्टर 1 में 364 AQI और सेक्टर 116 का स्टेशन काम नहीं कर रहा है.
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हवा की रफ्तार थमने से उद्योग और वाहनों से निकलने वाले धुएं का असर देखने को मिल रहा है. ग्रेटर नोएडा और नोएडा में कई जगह शाम होने से पहले ही स्मॉग के रूप में धुंध छा गई. प्राधिकरण लगातार कार्रवाई भी कर रहा है. डॉक्टर की सलाह के मुताबिक बुजुर्ग, बच्चे, ह्रदय रोगी सहित अस्थमेटिक मरीजों को विशेष सावधानी बरतनी होगी.