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नोएडा: मृतका का शव लेने के लिए अस्पताल के चक्कर काट रहे परिजन - कोविड-19

कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात रामफल की पत्नी की अस्पताल में मौत हो गई थी. अस्पताल प्रशासन ने सैंपल कोरोना जांच के लिए भेजा है. प्रशासन का कहना है कि अगर सैंपल निगेटिव आएगा तभी परिजनों को शव दिया जाएगा, जबकि परिजन शव के लिए लगातार अस्पताल के चक्कर काट रहे हैं.

मृतका का सैंपल जांच के लिए भेजा गया.
मृतका का सैंपल जांच के लिए भेजा गया.
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Published : May 10, 2020, 9:25 AM IST

नोएडा: ग्रेटर नोएडा के गवर्नमेंट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज हॉस्पिटल में एक महिला के परिजन कई दिनों से अस्पताल के चक्कर काट रहे हैं. परिजनों का आरोप है कि न ही उन्हें मृतका की कोरोना जांच रिपोर्ट दी जा रही है और न ही मृतका का शव सौंपा जा रहा है. इधर परिवारवालों को यह डर भी सता रहा है कि अगर मृतका कोरोना पॉजिटिव निकली तो परिजनों पर भी संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है.

गवर्नमेंट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज हॉस्पिटल.

कांस्टेबल के पद पर तैनात रामफल नोएडा के सेक्टर-128 सुलतानपुर के निवासी हैं. 4 मई को उनकी पत्नी को उल्टी होने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनकी तबीयत पहले से ही खराब चल रही थी. लक्षण मिलने पर मरीज को ग्रेटर नोएडा के कासना स्थित जिम्स अस्पताल रेफर कर दिया, जहां पर उसका सैंपल लिया गया. इलाज के दौरान 6 मई को सुबह 10 बजे पीड़िता ने दम तोड़ दिया, लेकिन अभी तक कोई कोरोना रिपोर्ट नहीं आई.

घर वाले पिछले कई दिनों से जिम्स में चक्कर काट रहे हैं. रिपोर्ट नहीं आने की वजह से अस्पताल वाले परिजनों को शव भी नहीं दे रहे हैं. वहीं परिवारवालों को यह डर भी सता रहा है कि अगर मृतका कोरोना पॉजिटिव निकली तो परिजनों को भी संक्रमण का खतरा हो सकता है.

परिजनों का कहना है कि अगर ऐसा हुआ तो हम लोग जांच कराकर इलाज करा सकेंगे. अगर रिपोर्ट निगेटिव आई है तो मृतका का शव परिजनों को दें, ताकि हम लोग अंतिम संस्कार कर सकें. स्वास्थ्य विभाग का कहना है रिपोर्ट के बारे में पता किया जा रहा है. रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही परिजनों को शव दे सकते हैं. अगर महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो विभाग की देखरेख में अंतिम संस्कार किया जाएगा.

नोएडा: ग्रेटर नोएडा के गवर्नमेंट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज हॉस्पिटल में एक महिला के परिजन कई दिनों से अस्पताल के चक्कर काट रहे हैं. परिजनों का आरोप है कि न ही उन्हें मृतका की कोरोना जांच रिपोर्ट दी जा रही है और न ही मृतका का शव सौंपा जा रहा है. इधर परिवारवालों को यह डर भी सता रहा है कि अगर मृतका कोरोना पॉजिटिव निकली तो परिजनों पर भी संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है.

गवर्नमेंट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज हॉस्पिटल.

कांस्टेबल के पद पर तैनात रामफल नोएडा के सेक्टर-128 सुलतानपुर के निवासी हैं. 4 मई को उनकी पत्नी को उल्टी होने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनकी तबीयत पहले से ही खराब चल रही थी. लक्षण मिलने पर मरीज को ग्रेटर नोएडा के कासना स्थित जिम्स अस्पताल रेफर कर दिया, जहां पर उसका सैंपल लिया गया. इलाज के दौरान 6 मई को सुबह 10 बजे पीड़िता ने दम तोड़ दिया, लेकिन अभी तक कोई कोरोना रिपोर्ट नहीं आई.

घर वाले पिछले कई दिनों से जिम्स में चक्कर काट रहे हैं. रिपोर्ट नहीं आने की वजह से अस्पताल वाले परिजनों को शव भी नहीं दे रहे हैं. वहीं परिवारवालों को यह डर भी सता रहा है कि अगर मृतका कोरोना पॉजिटिव निकली तो परिजनों को भी संक्रमण का खतरा हो सकता है.

परिजनों का कहना है कि अगर ऐसा हुआ तो हम लोग जांच कराकर इलाज करा सकेंगे. अगर रिपोर्ट निगेटिव आई है तो मृतका का शव परिजनों को दें, ताकि हम लोग अंतिम संस्कार कर सकें. स्वास्थ्य विभाग का कहना है रिपोर्ट के बारे में पता किया जा रहा है. रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही परिजनों को शव दे सकते हैं. अगर महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो विभाग की देखरेख में अंतिम संस्कार किया जाएगा.

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