लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बड़ा फैसला किया है. सरकार ने गौतमबुद्धनगर (नोएडा) में कानून-व्यवस्था को चाक चौबंद करने के लिए 10 नए थाने और दो नई पुलिस चौकियां बनाने का फैसला लिया है. इसके लिए जमीन चिन्हित कर ली गई है और जल्द ही उसका आवंटन कर निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. नोएडा के पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह और लखनऊ से अपर पुलिस महानिदेशक, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक हरिराम शर्मा के बीच महत्वपूर्ण बैठक हुई. इसके बाद यह फैसला लिया गया.
नए थानों और चौकियों की स्थापना को लेकर कहा गया है कि गौतमबुद्ध नगर में कानून-व्यवस्था को मजबूती देने, अपराध और अपराधियों पर नियंत्रण रखने के लिए 10 नए थाने और 2 नई पुलिस चौकियां खोली जाएंगी. इनमें अधिकारियों के रहने के लिए आवासीय कालोनियां विकसित की जाएंगी. कर्मचारियों के रुकने के लिए ट्रांजिट/हॉस्टल, बैरक/महिला बैरक का निर्माण किया जाएगा. इसमें नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण भी सहयोग करेंगे. भूमि आवंटन में तीनों प्राधिकरणों का अहम योगदान है.
इन दोनों थानों की अनुमति शासन द्वारा प्रदान की जा चुकी है
थाना फेस-1 - एक एकड़ जमीन में बनेगा. भूमि नोएडा प्राधिकरण के सहयोग से आवंटित कराई गई है. थाना सेक्टर- 142 - 4300 वर्ग मीटर में स्थापित होगा. भूमि चिन्हित की जा चुकी है और इसका आवंटन शीघ्र ही प्रस्तावित है.
नोएडा विकास प्राधिकरण के सहयोग से इसके दायरे में 4 अन्य थाने बनेंगे.
- थाना सेक्टर- 63
- थाना ओखला बैराज
- थाना सेक्टर- 115 में बनेंगे
- थाना सेक्टर - 106 - भूमि का आवंटन शीघ्र ही प्रस्तावित है
यमुना एक्सप्रेसवे विकास प्राधिकरण की मदद से इसके दायरे में 4 थाने बनाए जाएंगे.
- थाना सेक्टर- 18/6डी
- थाना सेक्टर- 29
- थाना सेक्टर- 25ए में बनेंगे
थाना दयानतपुर और पुलिस चौकी रन्हेरा के लिए यमुना प्राधिकरण भूमि चिन्हित कर रहा है. जल्द ही जमीन खरीदी जाएगी. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अंतर्गत पुलिस चौकी झुप्पा के निर्माण कार्य के लिए भी भूमि का आवंटन हो चुका है.
48 महिला बैरक बनेंगे
पुलिस लाइन गौतमबुद्ध नगर में ट्रांजिट हॉस्टल (जी+12) का निर्माण होगा. साथ ही 48 महिलाओं के लिए हॉस्टल/बैरक बनाए जाएंगे. पुरुषों के लिए 200 बेड का हॉस्टल-बैरक बनेगा. 200 व्यक्तियों की क्षमता वाली बहुमंजिला बैरक का निर्माण कार्य जारी है. दोनों अफसरों ने इन सभी प्रोजेक्ट की समीक्षा की. उन्होंने इन कार्यों को शीघ्र पूरा कराने का आदेश दिया. उन्होंने कहा कि तेजी के चलते निर्माण कार्य में गुणवत्ता खराब नहीं होनी चाहिए.