फिरोजाबाद: यूपी के फिरोजाबाद जिले (Firozabad) में फैली डेंगू महामारी (Dengue havoc in Firozabad) के दौरान स्वास्थ्य विभाग ने शासन को जो आंकड़े भेजे हैं, वह काफी डरावने हैं. स्वास्थ्य विभाग ने एक माह की जो रिपोर्ट शासन को भेजी है, उसमें यह जानकारी दी गई है कि एक माह के दौरान साढ़े आठ हजार मरीजों की डेंगू लार्वे (dengue larvae) की जांच कराई गई, जिसमें से 4360 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है. इसके अलावे 56 मरीजों में स्क्रब टायफस नामक बीमारी पाई गई है. हालांकि, स्वास्थ विभाग ने यह भी दावा किया है कि बीमारी की रोकथाम के लिए व मरीजों को बेहतर इलाज देने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं.
बता दें कि उत्तर प्रदेश का फिरोजाबाद जनपद इन दिनों वायरल फीवर और डेंगू महामारी की चपेट में है. 100 से ज्यादा मरीजों की तो मौत हो चुकी है. स्वास्थ विभाग ने खुद 63 मरीजों की मौत की पुष्टि की है. करीब 500 से ज्यादा मरीज अभी भी बीमार है. 300 मरीजों का इलाज तो मेडिकल कॉलेज में चल रहा है. सैकड़ों की संख्या में मरीज प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती है.
मुख्यमंत्री के आदेश पर स्वास्थ्य महकमा लगातार हालातों की समीक्षा कर रहा है. लखनऊ और दिल्ली से कई टीमें आकर भी यह पता लगाने में जुटी हैं कि आखिर यह कौन-सी बीमारी है और किस वजह से फैल रही है. स्वास्थ्य विभाग और एक्सपर्ट्स की जांच पड़ताल में यह बात सामने आई है कि यह बीमारी डेंगू है, जो कि मच्छरों के लार्वा से फैल रही है. स्वास्थ विभाग ने अपनी जांच में यह भी पाया है कि इसका मुख्य कारण गंदगी है.
विभाग इस बीमारी पर काबू पाने के लिए कई तरह के कदम भी उठा रहा है. साफ-सफाई के साथ-साथ डोर टू डोर सर्वे किया जा रहा है जिससे डेंगू के लार्वे को मारा जा सके. शहर में नियमित फॉगिंग के साथ-साथ कूलर इत्यादि से जमा पानी को भी बाहर निकालने के लिए अभियान चलाया जा रहा है.
लोगों को जागरूक किया जा रहा है, जो लापरवाह लोग हैं उन्हें कार्रवाई की भी चेतावनी दी गई है. बरेली,बदायूं से गब्बूजा मछली भी मंगाई गई थी लेकिन इन सबके बावजूद महामारी कम नहीं हुयी. इधर स्वास्थ विभाग ने जो आंकड़ा शासन को भेजा है वह काफी चौंकाने वाला है .बीते एक माह में स्वास्थ्य महकमे ने साढ़े आठ हजार मरीजों की जांच कराई जिनमें से 4360 मरीजों में डेंगू का लारवा पाया गया है.जबकि 56 मरीजों में स्क्रब टायफस नामक बीमारी पाई गई है.
फिरोजाबाद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर दिनेश कुमार प्रेमी का कहना है कि विभाग के लगातार प्रयासों से महामारी काबू में हो रही है मेडिकल कॉलेज में पहले जहां मरीजों की संख्या 500 से ऊपर पहुंच गई थी वह घटकर आधी रह गई है. इसका मतलब यह है की बीमारी काबू में हो रही है और धीरे-धीरे हम इस पर पूर्णता काबू पा लेंगे.