फिरोजाबादः जिले के सरकारी टीबी अस्पताल में मरीजों को एक्सरे कराने के लिए प्राइवेट अस्पताल जाना पड़ रहा है. दरअसल, यहां 9 महीने पहले आई एक्सरे मशीन तकनीकी कमी से शुरू ही नहीं हुई है. यह लंबे समय से शोपीस बनकर खड़ी है. अस्पताल प्रशासन भी ध्यान नहीं दे रहा.
टीबी की रोकथाम के लिए विशेष अभियान
टीबी जैसी घातक बीमारी का समूल नाश करने के लिए सरकार ने विशेष अभियान चला रखा है. इसके लिए भारी-भरकम बजट भी जारी होता है पर फिरोजाबाद में स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के लापरवाह रवैये के कारण मरीजों को सरकारी संसाधनों का लाभ नहीं मिल पा रहा है. यहां टीबी अस्पताल में मरीजों के लिए आई एक्सरे मशीन शोपीस बनी है.
ज्यादा आते हैं टीबी मरीज
फ़िरोज़ाबाद को चूड़ियों के शहर के नाम से जाना जाता है. यहां कारखानों में काम करने वाले मजदूर टीबी जैसी घातक बीमारी के शिकार बहुत जल्द हो जाते हैं. ऐसे ही मजदूरों के इलाज के लिए फिरोजाबाद में टीबी अस्पताल स्थापित किया गया है. इस अस्पताल में बलगम जांच के लिए लैब के साथ साथ एक्सरे का इंतजाम भी प्रस्तावित है. 9 माह पहले यहां एक्सरे मशीन भी लगाई गई लेकिन यह मशीन शोपीस बनी हुई है.
पत्र लिखकर दी है जानकारी
इस संबंध में जब डिप्टी जिला क्षय रोग अधिकारी से बात की गई तो उनका कहना था कि मशीन में एक पुर्जे की कमी की वजह से वह अभी तक चालू नहीं हो सकी है. उन्होंने यह भी बताया कि टीबी अस्पताल में एक्सरे टेक्नीशियन न होने की वजह से भी यह मशीन नहीं चल पा रही है. इस संबंध में मशीन को प्रोवाइड कराने वाली कंपनी के साथ-साथ शासन को भी पत्र लिखकर जानकारी दी गई है. जल्द ही व्यवस्थाएं सुधरने की उम्मीद है.