फिरोजाबाद: जिले में एक महिला की मौत के बाद उसके परिजनों ने मेडिकल कॉलेज के ट्रॉमा सेंटर में जमकर हंगामा किया. परिजनों का आरोप है कि महिला की हालत गंभीर थी. लिहाजा डॉक्टर ने उसे आगरा रेफर किया था, लेकिन दो घंटे तक सरकारी एम्बुलेंस नहीं आई, जिससे महिला की मौत हो गई. वहीं ट्रॉमा सेंटर के प्रभारी डॉक्टर का कहना है कि महिला की मौत के बाद परिजनों ने शव ले जाने के लिए एंबुलेंस की मांग की थी, जिसे पूरा कर दिया गया.
लाइनपार थाना क्षेत्र के लेबर कॉलोनी बेस्ट ग्लास कारखाने के पास रहने वाली साधना पत्नी साबिर की बीते मंगलवार को निजी अस्पताल में डिलीवरी हुई थी. परिजन उसे अपने घर भी ले गए, लेकिन आज यानी बुधवार को उसकी तबियत फिर बिगड़ गयी और परिजन उसे मेडिकल कॉलेज के ट्रॉमा सेंटर लेकर आए. परिजनों की मानें तो इमरजेंसी में तैनात मेडिकल अफसर ने महिला को आगरा ले जाने की सलाह दी. इसके बाद परिजनों ने 108 नंबर को फोन कर एम्बुलेंस को बुलाने की कोशिश की. आरोप है कि दो घंटे बाद भी एम्बुलेंस के न आने से महिला की मौत हो गई. समय पर एम्बुलेंस न मिलने और महिला की मौत से नाराज परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया. परिजनों का आरोप था कि महिला को समय पर एम्बुलेंस ले जाती, तो उसकी जान बच सकती थी.
ट्रॉमा सेंटर के प्रभारी अधिकारी डॉ. नवीन जैन ने बताया कि महिला की मौत के बाद परिजनों ने शव ले जाने के लिए एम्बुलेंस की मांग की थी. एम्बुलेंस उपलब्ध करा दी गई थी. महिला को रेफर करने, 108 नंबर एम्बुलेंस के न आने की उन्हें कोई भी जानकारी नहीं है.